रिपोर्ट : अरविंद अग्रवाल
छत्तरपुर (ख़बर आजतक) : सुहाग की लंबी आयु का पर्व वट सावित्री व्रत पूजा के मौके पर आज सुहागिन महिलाओं ने अखंड सौभाग्यवती होने और पति को दीर्घायु के लिय वट वृक्ष की पूजा की. इस दौरान महिलाओं ने बरगद के पेड़ में रंगीन कच्चा धागा बांधकर 11 बार वट की परिक्रमा की. कहा जाता है कि भगवान विष्णु की लंबी आयु के लिये माता लक्ष्मी ने भी आज के दिन वट वृक्ष की पूजा कर भगवान विष्णु को खुश किया था. इसलिए सुहागिन महिलाएं भी आज के दिन ये पूजा करती हैं.
वट वृक्ष के नीचे सुहागिनों का हुजूमः
छत्तरपुर नगर पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों मे सुबह से ही पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती नजर आईं. इस दौरान महिलाओं ने अपने पति के सुहाग को अमर रहने की कामना की. साथ ही विद्वान पंडित के द्वारा कथा भी सुनी. इस मौके पर छत्तरपुर के विभिन्न क्षेत्रों के अनुमंडलीय अस्पताल, प्लस टू उच्च विद्यालय, गुलाबचंद अग्रवाल कॉलेज सड़मा, छत्तरपुर के पास बरगद के पेड़ के नीचे सुहागिन महिलाओं का हुजूम रहा.
ये हैं मान्यताएंः
बताया जाता है पतिवर्ता स्त्री सावित्री ने अपने पति का प्राण हरने आये यमराज से जिद्द कर वट वृक्ष के निचे ही अपने पति के प्राण वापस लौटा लिया था. उसी पौराणिक कथाओं पर आज भी महिलाएं व्रत कर वट वृक्ष की पूजा करती हैं और पति के सुहाग को अमर रहने की कामना करती हैं. दूसरी मान्यता यह भी है कि भगवान विष्णु की लंबी आयु के लिये माता लक्ष्मी ने भी आज के दिन वट वृक्ष की पूजा कर भगवान विष्णु को खुश किया था.’पौराणिक कथानुसार माता लक्ष्मी ने भगवान विष्णु की लंबी आयु के लिये वट वृक्ष पूजन किया था. भगवान विष्णु ने इस पूजा से खुश होकर माता लक्ष्मी को वरदान दिया और कहा कि जो भी सुहागिन महिला वट वृक्ष के नीचे मेरी आराधना करेगी उसका व्रत सफल होगा’- राणा रंजित पहाड़ी, पंडित। आपको बता दें कि आज का दिन सुहागिन महिलाओं के लिए काफी खास है.