
नितीश मिश्र
राँची (खबर आजतक): सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले को लेकर झारखण्ड की राजनीति गरमा गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि यह हत्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खास विधायक प्रतिनिधि और झामुमो नेताओं के इशारे पर हुई।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 11 जून 2025 को गोड्डा में झामुमो की सभा में खुलेआम धमकी दी गई थी और 12 जून को पुलिस ने साजिशन सूर्या का नाम मुकदमे में जोड़ दिया। दो महीने बाद उन्हें मुठभेड़ में मार गिराया गया।

उन्होंने कहा कि सूर्या हांसदा अपराधी नहीं, बल्कि सामाजिक कार्यकर्ता थे और 400 अनाथ बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा उठाते थे। जिन 24 मामलों का जिक्र पुलिस करती है, उनमें 14 में वे बरी हो चुके थे।
बाबूलाल मरांडी ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस कहती है सूर्या भाग रहे थे, लेकिन गोलियां पेट में लगीं, पीठ पर एक भी निशान नहीं था।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष भानु प्रताप शाही ने आरोप लगाया कि सूर्या की मौत पुलिस टॉर्चर से हुई और बाद में एनकाउंटर दिखाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी संदिग्ध है, इसलिए दोबारा जांच होनी चाहिए। बता दे कि भाजपा ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की माँग की है।