नितीश मिश्रा, राँची
रांची (ख़बर आजतक) : गुरुवार को करम टोली स्थित धूमकुडिया भवन में विभिन्न आदिवासी संगठनों ने प्रेस वार्ता कर 23 अगस्त को आक्रोश मार्च की घोषणा की। मुख्य संयोजक एवं मुख्य पाहन जगलाल पाहन ने कहा कि सरकार जल, जंगल, जमीन की लूट, अवैध खनन, तस्करी और महिलाओं पर शोषण रोकने में विफल रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि संथाल नेता सूर्या हांसदा की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर उन्हें फर्जी एनकाउंटर में मार दिया गया। प्रेस वार्ता में सीबीआई जांच, परिजनों को सुरक्षा, फर्जी मुकदमों की वापसी और अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी लेने की मांग उठी।
आक्रोश मार्च जिला स्कूल मैदान से निकलकर राजभवन पहुंचेगा और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा। मौके पर बबलू मुंडा, आरती कुजूर, सुरेन्द्र लिंडा, रवि मुंडा, रितेश उराव, रंजीत उराव, मुकेश मुंडा, सोमा उराव सहित कई नेता उपस्थित थे।