नितीश मिश्र, राँची
राँची (खबर_आजतक) : सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची द्वारा रांची सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्स के तत्वावधान में एक दिवसीय जिला स्तरीय वर्कशॉप का आयोजन स्टेम (STEM) शिक्षा पर किया गया। इस वर्कशॉप का उद्देश्य था – पीयर लर्निंग, नॉलेज शेयरिंग, थॉट लीडरशिप और रिफ्लेक्शन को बढ़ावा देना।

इस अवसर पर की-नोट स्पीकर सरला बिरला यूनिवर्सिटी, रांची के कुलपति प्रो. सी. जेगनाथन ने स्टेम शिक्षा को वर्तमान समय की अनिवार्यता बताते हुए इसके व्यापक प्रभावों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्टेम शिक्षा युवाओं में रचनात्मकता, तार्किक सोच और नवाचार की क्षमता विकसित करने का सबसे प्रभावी माध्यम है।
वर्कशॉप में डॉ. पंकज कुमार गोस्वामी (डीन, इंजीनियरिंग), श्री हरजाप सिंह (प्राचार्य, श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल, रामगढ़ कैंट), एवं श्रीमती परमिता साहा (प्राचार्या, लोयोला कॉन्वेंट स्कूल, राँची) अनुमोदन समिति के सदस्य के रूप में उपस्थित थे।
राँची के विभिन्न विद्यालयों से आए 10 प्रेजेंटरों ने “जेंडर पैरिटी इन स्टेम एजुकेशन”, “सपोर्टिव स्टेम एनवायरनमेंट” और “क्रिएटिंग अ स्टेम लिटरेट सोसाइटी” जैसे विषयों पर प्रस्तुति दी। इन प्रस्तुतियों ने दर्शाया कि किस प्रकार विभिन्न स्कूल स्टेम की उप-थीम्स को अपनाकर नवाचारी शिक्षण पद्धतियों को विकसित कर रहे हैं।
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती परमजीत कौर ने अपने समापन भाषण में कहा कि आज की शिक्षा प्रणाली में स्टेम एजुकेशन को समाहित करना अनिवार्य है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे नियमित शिक्षण में नवाचार को शामिल करें ताकि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और व्यावहारिक शिक्षा मिल सके।
यह वर्कशॉप पेशेवर विकास, सहयोग और बेस्ट प्रैक्टिसेस को साझा करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच साबित हुई, जो स्टेम शिक्षा की गहराई से समझ को बढ़ाने में उपयोगी रही।