नितीश मिश्रा
रांची (ख़बर आजतक) : झारखंड स्थापना दिवस को लेकर आजसू ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं झारखंड आंदोलनकारी प्रवीण प्रभाकर ने आरोप लगाया कि स्थापना दिवस समारोह को ‘झामुमो महिमामंडन समारोह’ में बदल दिया गया, जहाँ बिरसा मुंडा व अन्य शहीदों की बजाय केवल शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन पर फोकस रहा। उन्होंने कहा कि आजसू और अन्य आंदोलनकारी संगठनों की भूमिका को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया।
प्रवीण प्रभाकर ने सवाल उठाया कि झामुमो यूपीए के साथ रहते हुए झारखंड राज्य गठन क्यों नहीं करा पाया, जबकि एनडीए से जुड़ने के बाद ही राज्य का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा कि आजसू के उग्र आंदोलनों और वर्षों की वार्ताओं के परिणामस्वरूप ही अलग राज्य का गठन संभव हो सका।
