रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): झारखण्ड विधानसभा का मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया। लगातार हो रहे हंगामे के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पाई। ऐसे में विधानसभा स्पीकर ने यह कहते हुए भी कार्यवाही को स्थगित कर दिया कि विपक्ष नहीं चाहता कि सदन सुचारू रूप से चले। पाँचवें दिन की शुरुआत भी हंगामेदार रही। विपक्षी विधायकों ने धरना दिया। वहीं कार्यवाही शुरू होने से पहले ही वेल में बैठ गए। स्पीकर ने नियमों का हवाला देते हुए 18 विधायकों को कार्यवाही से शुक्रवार दोपहर 2 बजे तक के लिए निलंबित कर दिया।
वहीं इस कार्रवाई के बाद नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि राज्य में अघोषित इमरजेंसी है। स्पीकर ने मर्यादा का हनन किया है। लोकतंत्र की हत्या दिनदहाड़े स्पीकर ने की है।