नितीश मिश्रा, राँची
रांची (ख़बर आजतक) : स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन की दिशा में अहम कदम उठाते हुए सीएमपीडीआई ने ओडिशा के रायगढ़ जिले में महानदी कोलफील्ड्स द्वारा विकसित किए जाने वाले 99 मेगावाट पवन ऊर्जा संयंत्र की संभाव्यता रिपोर्ट तैयार की है। यह कोल इंडिया का पवन ऊर्जा क्षेत्र में पहला बड़ा प्रयास है, जिसमें सीएमपीडीआई प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सलाहकार (पीएमसी) की भूमिका निभा रहा है।

सीएमपीडीआई मुख्यालय में 15 अगस्त को ध्वजारोहण के बाद सीएमडी मनोज कुमार ने बताया कि कंपनी को कोल इंडिया की सभी सोलर परियोजनाओं के लिए भी पीएमसी नियुक्त किया गया है। अब तक 633 मेगावाट की सौर परियोजनाओं की योजना बन चुकी है जिनमें से 143 मेगावाट स्थापना चरण में हैं।

उन्होंने कहा कि सीएमपीडीआई ने एफएमसी परियोजनाओं के लिए निविदा दस्तावेज तैयार किए हैं। अभी तक 17 परियोजनाएं चालू, 27 निर्माणाधीन और कई योजनाएं प्लानिंग व एमडीओ मोड में हैं। कंपनी ने 2025-26 में 11 लाख मीटर ड्रिलिंग का लक्ष्य रखा है। जुलाई 2025 तक 3.18 लाख मीटर ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है।
श्री कुमार ने बताया कि कोयला के अलावा बेस मेटल्स और अन्य खनिजों की खोज में भी सीएमपीडीआई सक्रिय है। एनएमईटी से 6 परियोजनाएं मिली हैं, जिनमें बॉक्साइट और कॉपर से जुड़ी कई परियोजनाएं पूरी या प्रगति पर हैं।

उन्होंने कहा कि कंपनी ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना की सुरंग एलाइंमेंट जांच, ड्रोन आधारित कोल स्टॉक मेजरमेंट और सैंड रिप्लेनिशमेंट स्टडी जैसे कार्य सफलतापूर्वक किए हैं। वहीं, पर्यावरण व जलवायु बदलाव के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण पहल की गई है।
सीएसआर मोर्चे पर वर्ष 2024-25 में 9.32 करोड़ रुपये खर्च किए गए जबकि 2025-26 के लिए 18 करोड़ रुपये स्वीकृत हैं। अंत में समारोह में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए कर्मचारियों को सम्मानित भी किया गया।