भारत 37 करोड़ युवाओं का देश है हमें भी अपनी कुछ प्राथमिकताएं तय करनी होगी तभी हम विकास कर सकेंगे : सिंह

बोकारो (ख़बर आजतक) : स्वदेशी जागरण मंच द्वारा सेक्टर 3 स्थित परम पूज्य तपस्वी जगजीवन जी महाराज सरस्वती विद्या मंदिर सेक्टर 3 सी के विद्यार्थियों के बीच स्वावलंबन के विषय पर चर्चा और बच्चों को स्वरोजगार के प्रति प्रेरित किया गया I इसकी अध्यक्षता मंच के जिला संयोजक प्रमोद कुमार सिन्हा ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्या भारती के प्रांतीय सचिव एवं विद्या भारती संस्कृति ज्ञान मंदिर के सचिव सिद्धेश नारायण दास ने कहा की विद्यार्थियों को मैट्रिक पास करने के बाद से ही स्वरोजगार की राह पर चलना चाहिए।

चाहे वो छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाएं या फिर कोई तकनीकी विद्या ले कर पार्ट टाइम कार्य कर कुछ पैसे कमाने की कला को सीख सकते हैं। ऐसा करने से वे भविष्य में होने वाली उच्च शिक्षा में कुछ मदद भी हो जाएगी और ज्ञान भी बढ़ेगा। क्षेत्रीय संयोजक अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि विश्व के प्रमुख विकसित देशों की अपने कुछ विशेषताएं हैं । जैसे अमेरिका में बौद्धिक संपदा संरक्षण के साथ-साथ उच्च तकनीक के उत्पाद एवं रिसर्च । इसी तरह चीन के पास कम लागत पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के उत्पाद जापान के पास ऑटोमोबाइल एवं इलेक्ट्रॉनिक जर्मनी के पास उत्तम तकनीक आदि आदि विशेषताओं के कारण आज देश विकसित है। भारत 37 करोड़ युवाओं का देश है हमें भी अपनी कुछ प्राथमिकताएं तय करनी होगी तभी हम विकास कर सकेंगे । 2047 का स्वर्णिम भारत हमारे युवाओं का सपना होना चाहिए उसके लिए तकनीकी एवं कौशल विकास में हमें दक्षता प्राप्त करना होगा तभी हम विकसित भारत का कल्पना कर सकते हैं। वर्तमान समय में जो तकनीकी विकास दिखाई पड रहा है उससे भविष्य में देश सभी को रोजगार नही दे सकता। लेकिन यदि हम स्वरोजगार को अपनाते हैं तो हम अपने साथ-साथ दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं। स्वदेशी जागरण मंच द्वारा पूरे देश मे चलाए जा रहे स्वावलंबी भारत अभियान की जानकारी देते हुए सिंह ने कहा कि पूर्व की भांति इस वर्ष भी स्वरोजगार के क्षेत्र में अग्रसर स्टार्टअप्स एवं व्यवसायियों को मंच सम्मानित कर उनकी जीवनी विद्यार्थियों के बीच पहुंचा रहा है ताकि उनकी मानसिकता नौकरी लेने वाला के बजाय नौकरी देने वाला हो सके। इस परिवर्तन से ही हम देश को आर्थिक रूप से मजबूत और स्वावलंबी बना सकते हैं। कार्यक्रम में विद्यालय के सचिव राजकुमार सिंह ने कहा बच्चों में अभी से ही उपार्जन करने की क्षमता विकसित करने की आवश्यकता है आज बहुत ही कम उम्र में लोगों ने बड़ी-बड़ी कंपनिया चल कर अपने आप को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया है हम सभी को उससे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है इस विद्यालय के कई बच्चे सफल उद्यमी बनाकर के उभरे हैं उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्या संजीव कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। यह कार्यक्रम दो सत्र में हुए प्रथम सत्र में प्राइमरी और सेकेंडरी दोनों श्रेणी के बच्चे थे। दूसरे सत्र में कक्षा 9 से 12वीं तक के विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विभाग के सहसंयोजक कुमार संजय पूर्व छात्र प्रकोष्ठ देख रहे आचार्य अजय सहित सभी आचार्य एवं लगभग 750 विद्यार्थी उपस्थित थे.