झारखण्ड राँची राजनीति

हजारो समर्थकों संग पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई ने थामा भाजपा का दामन, सदस्यता ग्रहण के दौरान हुए भावुक

रिपोर्ट : नितीश मिश्र

राँची(खबर_आजतक): केंद्रीय कृषि मंत्री सह झारखंड के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने मिलन समारोह के दौरान कहा कि चंपाई सोरेन ने झारखंड के निर्माण के लिए अपनी जिंदगी और जवानी खपा दी, राज्य की जनता की सेवा में दिन रात एक कर दी। ऐसे ही लोगों के परिश्रम का परिणाम है कि अटल बिहारी वाजपेई ने अलग झारखंड का निर्माण किया। चम्पाई सोरेन एक ऐसे नेता हैं, जो जीवन भर झारखंड के लिए लड़े और समर्पित भाव से जनता की सेवा की। झारखंड को बचाने के लिए, माता बहनों के सम्मान की रक्षा के लिए इन्होंने भाजपा के साथ आने का निर्णय लिया है। उनके आने से निश्चित तौर पर पार्टी को ताकत और ऊर्जा मिलेगी। ऐसे नेता चंपई सोरेन और उनके साथियों का भारतीय जनता पार्टी में स्वागत और अभिनंदन है। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने हजारों समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। शिवराज सिंह चौहान, हिमंता विश्व सरमा, बाबूलाल मरांडी ने इन्हें सदस्यता दिलाई।

उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार और जेएमएम पर प्रहार करते हुए कहा कि जिस चंपई सोरेन ने बागवान की तरह जेएमएम को सींचा, उन्हीं को अपमानित किया गया। अब जेएमएम सबका नहीं रहा, एक परिवार की या यों कहें कि पति और पत्नी की पार्टी बनकर रह गई है। वहाँ कार्यकर्ताओं की कोई कद्र नहीं रही। चंपाई सोरेन केवल जनता के लिए जीते हैं। इनके आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। आखिर इनका दोष क्या था ? इन्होंने ईमानदारी से राज्य की सेवा की, दलालों को रोकने का काम किया था।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्हें कई प्रकार से अपमानित करने का प्रयास किया गया। उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं बांटने दिया गया, उनकी बिना सहमति के विधायक दल की बैठक बुला ली गई। यह केवल चंपाई सोरेन नहीं बल्कि पूरे राज्य का अपमान है।

शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन सरकार अपने ही मंत्रियों और विधायकों की जासूसी करवा रही है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सोरेन सरकार डरी हुई है और यही वजह है कि वो अपने ही लोगों पर नज़र रख रही है। वहीं उन्होंने भीड़ से हाथ उठवाकर भी चंपई सोरेन का अभिनंदन और इस गठबंधन सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प करवाया। उन्होंने टाईगर अभी जिंदा है कहकर कार्यकर्ताओं में जोश भरा।

बीजेपी की सरकार आने पर चंपई जासूसी प्रकरण का होगा सारा हिसाब किताब : हिमंता विश्व सरमा

असम के मुख्यमंत्री और झारखंड चुनाव सह प्रभारी हिमंता विश्व सरमा ने कहा कि झारखण्ड देश में एक ऐसा प्रदेश है जहाँ के मुख्यमंत्री ही अपने मंत्री के पीछे जासूस लगाते हैं। हेमन्त सोरेन सरकार ने कहा कि सिक्योरिटी की वजह से ऐसा किया गया था तो सवाल है कि सिक्योरिटी वाले पुलिस के हाथ में बंदूक क्यों नहीं था। हेमंत सोरेन, चंपई सोरेन झारखंड आंदोलन के नेता हैं और आपके पिताजी शिबू सोरेन के साथ इन्होंने संघर्ष किया है और उनकी जासूसी कराना शर्मनाक है। चंपई सोरेन की जासूसी पिछले 6 महीने से कराई जा रही है, इससे संबंधित मेरे पास सबूत है। भाजपा की सरकार आने पर इस जासूसी प्रकरण का सारा हिसाब किताब किया जाएगा। आईजी प्रभात कुमार से भी इसका हिसाब लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चंपई सोरेन जी को सम्मान दिया है और हमेशा सम्मान दिया जाएगा। बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुण्डा के साथ मिलकर चंपाई सोरेन झारखण्ड के विकास और उत्थान के लिए काम करेंगे।

आदिवासियों को सबसे अधिक मान और सम्मान दिया भाजपा ने : बाबूलाल मरांडी

इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस प्रदेश में साढ़े चार वर्षों में जिस प्रकार से हेमन्त सरकार ने काम किया है, वह किसी से छुपा नहीं है। हर मोर्चे पर हेमंत सरकार फिसड्डी साबित हुई है। झामुमो के लोग, विधायक भी इस सरकार में अपमानित महसूस कर रहे हैं। जेएमएम के विधायक से बात होती है तो वे लोग कहते हैं कि बड़ा अपमानित महसूस कर रहे हैं। वे लोग कहते हैं कि हम लोग का कोई वजूद ही नहीं रह गया है। इस सरकार में दलाल बिचौलियों, भ्रष्ट अफसरों की पूछ है। सरकार को यही लोग चला रहे हैं। हेमंत सोरेन इसके सरगना हैं। चंपाई बधाई के पात्र हैं जिन्होंने समय पर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। भारतीय जनता पार्टी ही आदिवासियों और मूलवासियों के दर्द को महसूस करती है, इसलिए इनका कोई भला कर सकता है तो वह भाजपा ही है। झारखंड अलग राज्य की लड़ाई तो दशकों से चल रही थी। काँग्रेस की सरकार रही परन्तु उसने झारखंडवासियों के दर्द को महसूस नहीं किया। अगर किसी ने महसूस किया तो वह भारतीय जनता पार्टी है। अटल बिहारी वाजपेयी ने 15 नवम्बर 2000 को झारखंड अलग राज्य का गठन कर राज्य वासियों की इस मुंह मांगी मुराद को पूरी की। आदिवासियों के लिए भारत सरकार में अलग से मंत्रालय गठन करने सहित अन्य कई ऐतिहासिक कार्य भाजपा द्वारा किया गया। मोदी सरकार द्वारा अपने मंत्रिमंडल में सबसे अधिक आदिवासियों को जगह दी गई है। किसी सरकार द्वारा देश के सर्वोच्च पद पर किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति के रूप में बिठाकर सम्मान दिया गया तो वह भाजपा की सरकार है, नरेन्द्र मोदी की सरकार है। आदिवासियों को सबसे अधिक मान और सम्मान भाजपा ने देने का काम किया है। झारखंड को, आदिवासियों को किसी ने लुटा है तो वह कांग्रेस और जेएमएम है।

उन्होने कहा कि नरेन्द्र मोदी और भाजपा के दिल में झारखंड बसता है। भाजपा के दिलों में यहाँ के आदिवासी और मूलवासी बसते हैं। आदिवासियों का, मूलवासियों का, झारखंड का कोई विकास कर सकता है तो वह भारतीय जनता पार्टी है। झारखण्ड में अब चुनाव की कभी भी घोषणा हो सकती है।

आदिवासी मूलवासी के अस्तित्व को बचाने के लिए भाजपा से बेहतर कोई मंच नहीं : चंपाई सोरेन

वहीं भाजपा ज्वाइन करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि जिस पार्टी को हमने गुरुजी के साथ मिलकर सींचने का काम किया, आज परिस्थिति ऐसी बनी कि यह कदम उठाना पड़ा। मेरे साथ जो अपमान हुआ, पार्टी के अंदर कोई भी ऐसा मंच नहीं था जहाँ हम अपनी पीड़ा को रख पाते। 5 साल से केन्द्रीय कमिटी का गठन नहीं हुआ है, बैठक नहीं हो रहा है। हमसे सीनियर गुरुजी हैं, वे अस्वस्थ हैं, उसके बाद कोई नहीं है। जिस पार्टी को सींचा, उसको क्षति नहीं पहुँचाने का निर्णय लेते हुए हमने वहाँ से अकेले निकलने का फैसला किया। आज जिस तरह आदिवासियों की संख्या घटती जा रही है और उनका अस्तित्व खतरे में है, उसे देखते हुए मैंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया है। आदिवासी अस्तित्व के संकट से दौर से गुजर रहा है। संथाल परगना में दर्जनों आदिवासी गाँव मिट गए। संथाल के सभी जिलों के लोगों से बात हुई उन्होंने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो संथाल में खोजने से भी आदिवासी नहीं मिलेंगे। आदिवासी मूलवासी समाज को बचाने के लिए हमने यह कदम उठाया है। बीजेपी पर पूरा भरोसा है कि हम इस मंच से लड़ पाएंगे और आदिवासियों के अस्तित्व को बचाने में कामयाब होंगे।

चंपाई ने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि मेरी जासूसी भी कराई जाएगी। भाजपा ही राज्य और देश का विकास कर सकती है। आदिवासी, मूलवासी और झारखंड का अस्तित्व बचाना ही मेरी प्राथमिकता है।

इस दौरान प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, अर्जुन मुण्डा, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, आदित्य साहू, दीपक प्रकाश, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, समीर उराँव, नवीन जायसवाल, मधु कोड़ा, गीता कोड़ा, सीता सोरेन, दिनेशानंद गोस्वामी सहित अन्य मौजूद थे।

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