विजय शंकर नायक बोले: “सिदो-कान्हू की धरती पर पुलिसिया बर्बरता शर्मनाक और अमानवीय”
राँची (खबर_आजतक): भोगनाडीह में हूल दिवस के अवसर पर जुटे आदिवासियों पर हुए लाठीचार्ज और आंसू गैस के प्रयोग को लेकर आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
श्री नायक ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार का असली चेहरा अब सामने आ गया है। आदिवासी समाज जब शांतिपूर्वक सिदो-कान्हू की जन्मस्थली पर श्रद्धांजलि देने पहुंचा, तब उन पर बर्बर पुलिसिया कार्रवाई कर दी गई। यह कार्रवाई न केवल लोकतंत्र और संविधान के विरुद्ध है, बल्कि झारखंड सरकार की आदिवासी विरोधी सोच को उजागर करती है।
विजय शंकर नायक की चार मांगें:
- दोषियों पर सख्त कार्रवाई: पुलिस कर्मियों और जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए।
- उच्चस्तरीय जांच: घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा मिले।
- सरकार माफी मांगे: हेमंत सरकार आदिवासी समाज से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।
- सम्मानपूर्वक आयोजन की अनुमति: हूल दिवस जैसे कार्यक्रमों को सम्मान के साथ आयोजित करने की स्वतंत्रता दी जाए।
श्री नायक ने कहा: “सिदो-कान्हू की धरती अन्याय सहन नहीं करेगी। आदिवासी समाज के स्वाभिमान की लड़ाई अब और तेज़ होगी।”