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2 और 3 फरवरी को सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित, जानें ख़ास वजह

डिजिटल डेस्क

ख़ास ख़बर : नए साल का दूसरा महीना शुरू होने वाला है और इसी के साथ त्योहारों और छुट्टियों का सिलसिला भी. फरवरी महीने की शुरुआत में ही बच्चों और बड़ों को लगातार दो दिनों की छुट्टी का आनंद मिलने वाला है. 2 फरवरी को रविवार है, जो साप्ताहिक अवकाश का दिन होता है. इसके अगले दिन, 3 फरवरी को बसंत पंचमी का त्योहार है. इस कारण ज्यादातर स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे. यह छुट्टी न केवल बच्चों के लिए बल्कि कामकाजी लोगों के लिए भी राहत भरी होगी.

सरकारी कर्मचारियों के लिए छुट्टियों का कैलेंडर
सरकार की ओर से हर साल की तरह 2025 के लिए भी छुट्टियों का कैलेंडर जारी किया गया है. इसमें जनवरी से दिसंबर तक सरकारी कर्मचारियों के लिए तय छुट्टियों की संख्या दी गई है.

क्यों मनाई जाती है सरस्वती पूजा?

सरस्वती पूजा, जिसे बसंत पंचमी भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक प्रमुख त्योहार है. यह त्योहार विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती के सम्मान में मनाया जाता है. सरस्वती देवी को शिक्षा, संगीत और कला का प्रतीक माना जाता है. बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की पूजा कर उनसे विद्या और बुद्धि का आशीर्वाद मांगा जाता है.यह त्योहार वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक भी है. इस दिन लोग पीले कपड़े पहनते हैं और पीले रंग के खाद्य पदार्थ जैसे खिचड़ी, मीठा चावल आदि बनाते हैं. यह त्योहार विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और ओडिशा में धूमधाम से मनाया जाता है.

स्कूल और कॉलेजों में सरस्वती पूजा की धूम

फरवरी का महीना छात्रों के लिए भी खास होता है. इस महीने में सरस्वती पूजा के दौरान स्कूल और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. छात्र और शिक्षक मिलकर मां सरस्वती की प्रतिमा की स्थापना करते हैं और भक्ति गीत गाते हैं. इस दिन बच्चों को अपने पढ़ाई और करियर में सफलता के लिए आशीर्वाद मांगने का मौका मिलता है.

छुट्टी का कैसे उठाएं भरपूर फायदा?

लगातार दो दिनों की छुट्टी मिलने पर परिवार के साथ समय बिताने का यह एक शानदार मौका है. आप इस दौरान घर की सफाई, बच्चों के साथ खेल-कूद या किसी शौक को पूरा कर सकते हैं. अगर संभव हो तो पास की किसी धार्मिक या पर्यटन स्थल की यात्रा भी की जा सकती है. यह समय आपको अपनी दिनचर्या से ब्रेक देकर तरोताजा महसूस कराने में मदद करेगा.

बसंत पंचमी का त्योहार न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी खास है. इस दिन से वसंत ऋतु की शुरुआत मानी जाती है. यह समय प्रकृति के खिलने और नई ऊर्जा के साथ जीवन की शुरुआत का प्रतीक है. भारत के कई हिस्सों में इस दिन पतंगबाजी का आयोजन भी किया जाता है. लोग घरों और मंदिरों में सजावट करते हैं और एक-दूसरे को त्योहार की शुभकामनाएं देते हैं.

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