नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): नयी शिक्षा नीति 2020 के तीन वर्ष पूरे होने के अवसर पर देशभर में शिक्षाविद इस परिवर्तनकारी नीति के सफलतापूर्ण कार्यान्वयन पर खुशियाँ मना रहे हैं। इस अवसर पर 29 जुलाई को दिल्ली के प्रगति मैदान में अखिल भारतीय शिक्षा समागम नाम से एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देशभर के विद्वानों एवं शिक्षाविदों को संबोधित करेंगे।
उल्लेखनीय है कि झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति को पूर्णरुपेण लागू करने वाला राज्य का पहला विश्वविद्यालय बन गया है। सन् 2022 में ही विश्वविद्यालय ने अपने 18 विभागों में मल्टीडिसिप्लीनरी मोड में पंचवर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम आरंभ कर दिए थे। इन पाठ्यक्रमों में विद्यार्थियों को विभिन्न स्तरों पर इंट्री एवं एग्ज़िट की सुविधा भी दी गई है। ये पाठ्यक्रम राष्ट्रीय उच्च शिक्षा ढांचे के अनुरूप बनाये गये हैं। नई शिक्षा नीति 2020 से संबंधित अपनी प्रगति के बारे में विश्वविद्यालय ने एक पुस्तिका भी प्रकाशित की है।
भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति 29 जुलाई 2020 देशभर में लागू की थी। इसका उद्देश्य 21वीं सदी की ज्ञान अर्थव्यवस्था के महत्वाकांक्षी उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए देशभर में स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था में समग्र परिवर्तन लाना है। नई नीति में भारतीय मूल्यों के अनुरूप प्रत्येक व्यक्ति की रचनात्मक क्षमता, विचार एवं कौशल विकास पर विशेष बल दिया गया है।
आरंभ से ही झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध रहा है। नई शिक्षा नीति के अनुरुप सभी विभागों में पाठ्यक्रम, मूल्यांकन विधि एवं पढ़ाई के तरीकों में ध्यानपूर्वक संशोधन किए गए हैं। इस पाठ्यक्रमों को बहुविषयक एवं लचीला बनाया गया है। साथ ही पाठ्यक्रमों में व्यवहारिक ज्ञान एवं नैतिक मूल्यों पर अधिक बल दिया गया है।
नई शिक्षा नीति को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए आतंरिक गुणवत्ता सेल ने पिछले दो वर्षों के दौरान विश्वविद्यालय में अनेक प्रशिक्षण कार्यक्रमों, विचार- गोष्ठियों एवं वेबिनारों आयोजित किए जिनमें शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण तकनीक से परिचित कराया गया। परिणामस्वरुप विश्वविद्यालय में शिक्षण की गुणवत्ता बेहतर हुई है। इसके अलावा विश्वविद्यालय में आधुनिकतम तकनीकी से लैस स्मार्ट क्लासरुम, बेहतर फर्नीचर एवं प्रयोगशालाएँ भी उपलब्ध कराए गए हैं।
केंद्रीय विश्वविद्यायल के कुलपति प्रोफेसर क्षिति भूषण दास के कुशल नेतृत्व एवं सभी शिक्षकों व कर्मचारियों के सामूहिक प्रयास से झारखंड केन्द्रीय विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति को प्रभावी तरीके से लागू करना संभव हुआ।इस दौरान कुलपति प्रो. क्षितिज भूषण दास ने इस अवसर पर कहा कि उन्हें गर्व है कि विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति को पूरी लगन एवं ईमानदारी से अपनाया और सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने इस दौरान अपनी भरपूर क्षमताओं का शानदार प्रदर्शन किया।