नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): सरला बिरला विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड कम्प्यूटर साइंस के द्वारा वर्चुअल लैब टॉपिक पर एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन बीके बिरला ऑडिटोरियम में किया गया।
इस वर्कशॉप में रिसोर्स पर्सन के रूप में आईआईटी दिल्ली के सीनियर फील्ड इंजीनियर सह मेंटर वर्चुअल लैब प्रतीक शर्मा ने व्याख्यान दिया। उन्होंने वर्चुअल लैब की आवश्यकता, उनकी मुख्य विशेषताओं, प्रेरणा, उद्देश्यों, उनके प्रकारों, उपयोगकर्ता एवं इसके व्यापक क्षेत्र से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर सविस्तार प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर गोपाल पाठक ने वर्चुअल लैब के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना काल के दौरान वर्चुअल लैब एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में उभर कर सामने आया है। उन्होंने कहा कि वर्चुअल लैब के माध्यम से सेल्फ लर्निंग में काफी सहायता मिलती है। आग़ामी समय में सभी पाठ्यक्रमों में प्रयोगशालात्मक ज्ञान और अनुभव के बीच हाइब्रिड मोड से काफी कुछ सीखने एवं समझने का अवसर उपलब्ध हो सकेंगे।
इंजीनियरिंग एंड अप्लाइड साइंस के डीन प्रोफ़ेसर श्रीधर बी दंडिन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि सरला बिरला विश्वविद्यालय का उद्देश्य गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करना है। थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज का होना भी उतना ही आवश्यक है।
इस कार्यक्रम का संचालन कंप्यूटर साइंस की सहायक प्राध्यापिका डॉ मनोरमा पटनायक ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन की औपचारिकता इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के सहायक प्राध्यापक प्रो चंदन कुमार के द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस कार्यक्रम में बीटेक, एमटेक, बीसीए, बीएससी मैथ, डिप्लोमा के छात्रों एवम प्राध्यापकों ने सहभागिता की।
इस अवसर पर डॉ पार्थ पॉल, डॉ नित्या गर्ग, डॉ संजीव कुमार सिन्हा, डॉ संजीव कुमार, डॉ दीप्ति कुमारी, डॉ अमृता सरकार, डॉ मेघा सिन्हा, प्रो मोतोशी शाहा, डॉ वी एन लक्ष्मी दुर्गा, डॉ प्रियंका श्रीवास्तव, डॉ आनंद कुमार, डॉ दीपक प्रसाद, डॉ संतोष कुमार दास, डॉ प्रकाश आनंद, डॉ बी सामंता, प्रो राजीव रंजन आदि उपस्थित थे।