नितीश_मिश्र
राँची(#खबर_आजतक): बुद्धू शहादत दिवस के अवसर पर सोमवार को वीर बुद्धू भगत के जन्मस्थली सिलगाई से वीर बुधू भगत स्मारक समिती के द्वारा वीर बुधू भगत के वंशजों के द्वारा कांसा लोटा में वीर पानी लाया गया जिसे राँची में हुही मोर्चा द्वारा ढोल नगाड़ा के साथ स्वागत कर वीर बुधू भगत चौक अरगोड़ा लाया गया जिसके बाद अरगोड़ा के पहान शिबू पहान के द्वारा पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा पाठ किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रुप से केंद्रीय सरना समिती एवं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के लोग एवं मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की शामिल हुईं।
इस मौके पर वीर बुधू भगत के वंशज शिवपूजन भगत ने कहा कि वीर बुधू भगत भारत के पहले स्वतंत्रता सेनानी थे उन्होने अंग्रेजो, जमीदारों सुधखोरों एवं अन्याय के विरुद्ध लडाई लड़ी। केंद्रीय सरना समिती के केंद्रीय अध्यक्ष फुलचंद तिर्की ने कहा कि वीर बुधू भगत की वीर गाथा को देश दुनिया में अवगत कराना होगा। आज वीर बुधू भगत की इतिहास को छुपाया जा रहा है। सरकार से माँग है कि वीर बुधू भगत की जीवन गाथा स्कूलों कॉलेजों में पढाई जाना चाहिए। उन्होने अरगोड़ा चौक पर वीर बुद्धू भगत की आदमकद प्रतिमा बनाने की भी माँग की।
इस मौके पर गोपाल भगत, डाॅ परमेश्वर भगत, विमल कच्छप, बाना मुण्डा, डाॅ मंजू मींज, संजय तिर्की, नीरा टोप्पो, डॉ रामकिशोर भगत, भौआ उराँव, अल्फेरेड मिंज, रंजित उराँव, महादेव उराँव, सुनील उराँव, रामधनी भगत, चुमनु उराँव, एतवा उराँव, सुनील उराँव आदि शामिल थे।