मन की बात का 100वाँ एपिसोड उत्सव के रुप में मनाएँ : संजय सेठ
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): सांसद संजय सेठ ने शुक्रवार को महेश्वरी धर्मशाला में प्रधानमंत्री के मन की बात के100वाँ एपिसोड जो रविवार को प्रसारित होगा। इसी के निमित्त एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सांसद संजय सेठ ने अपने संबोधन में कहा कि यह देशवासियों के लिए गौरव का क्षण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात देश के लोगों के लिए प्रेरणादायक है, रविवार को देश के सभी 146 करोड़ों देशवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100वाँ एपिसोड को उत्सव के रुप में मनाएँगे। यह देश के लिए गौरव का क्षण होगा। प्रधानमंत्री मन की बात के माध्यम से जनता से संवाद स्थापित करते हैं, वह मन की बात में जनता के मन की बात करते हैं चाहे वह किसान हो, युवा हो, गृहणी हो, पर्यावरण हो, जैविक खेती हो, या देश के छोटे-छोटे शहरों में जो लोग समाज के लिए कार्य कर रहे हैं। वैसे लोगों से प्रधानमंत्री के मन की बात में उनसे बात करना उनको प्रोत्साहित करना, उनके किए गए कार्य को बताना यह अपने आप में बड़ी बात है। जल संरक्षण, स्वच्छता, बेटियों के संरक्षण, सर्वधन जैसे कार्यक्रमों को नई दिशा मिली है। इन कार्यक्रम के माध्यम से देश में सामाजिक परिवर्तन देखने को मिल रहा है।
सांसद ने कहा कि देश के खिलाड़ी हो या उद्यमी उनके साथ संवाद स्थापित कर उनसे रूबरू होना उनका हाल लेना उनक हौसला अफजाई करते हैं। उन्हें प्रेरणा देने का काम करते हैं। प्रधानमंत्री ने हमेशा से राजनीति को समाज की सेवा का माध्यम माना है। इसी दिशा में कार्य करने के लिए उन्होंने हम सबों को प्रेरित किया है। कोरोना काल में सेवा देने वाले लोग परीक्षा में बेहतर परिणाम लाने वाले बच्चे समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन करने वाले, लोग छोटे-छोटे उद्योग खड़ा करने वाले, युवा के बीच प्रधानमंत्री संवाद स्थापित कर उनका हौसला बढ़ाने का काम किया है। प्रधानमंत्री हमारी संस्कृति लोक परंपरा भाषा प्रेरणादायक कहानी देश के मनाए जाने वाले त्योहार उनके पीछे के उद्देश्य को देश के लोगों से अवगत कराया है। सांसद सेठ ने कहा कि यह कोई राजनीति कार्यक्रम नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन का कार्यक्रम है। उन्होंने समाज के सभी धार्मिक सामाजिक एवं राँची के प्रमुख संस्थाओं से अपील करते हुए रविवार को आयोजित होने वाले मन की बात को उत्सव के रुप में मनाते हुए सुनने की अपील की।
इस प्रेसवार्ता में राँची के 78 प्रमुख संस्था के लोगों ने भाग लिया जिसमें महेश्वरी सभा, अग्रवाल सभा ब्राह्मण सभा, मारवाड़ी युवा मंच, रांची थोक वस्त्र विक्रेता संघ, चडरी सरना समिति, झारखंड साहित्य मंच गौशाला न्याय समिति, श्री महावीर मंडल राँची महानगर, श्री राँची दुर्गा पूजा समिति, श्री महावीर मंडल डोरंडा, पंजाबी हिंदू बिरादरी, विश्व हिंदू परिषद, कॉस्मोस क्लब, श्री राम श्रृंगार समिति, श्री गुजराती समाज, झारखंड ट्रक मालिक संघ, इब्राहिमियां मोहर्रम कमेटी सहित 78 संस्था के लोग शामिल थे।
इस प्रेसवार्ता में मुख्य रुप से पद्मश्री मुकुंद नायक, प्रेम मित्तल, मुनचुन राय, चंद्रकांत रायपुर, कुणाल अजमानी, अशोक चौधरी, नकुल तिर्की, मुकेश काबरा, अशोक पुरोहित, नरेश पाहन, मोहम्मद रब्बानी, रोशनी खलखो, कैलाश केशरी, सुरेश अग्रवाल, प्रदीप राजगढ़िया, पुष्पा सहाय, बुब्ला दा, जवाहर तनेजा, अशोक नरसरिया, किशन साहू, गोवर्धन बड़ोदिया, अरुण बुधिया, बिंदुल वर्मा, अजीत भगत, अशोक पुरोहित, रविंद्र मोदी, रवि मुंडा, सदानंद सिंह यादव, कुंदन सिंह आदि उपस्थित थे।