नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): श्यामली और डोरंडा कॉलोनी के आस-पास रहने वाले गरीब और अभिवंचित वर्ग के बच्चों के लिए जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली के NSS वॉलेंटियर ‘मुस्कान क्लासेस’ के अंतर्गत नियमित रुप से निःशुल्क शिक्षा, पाठ्य-सामग्री व खाद्य-सामग्री देने जैसे पुनीत कार्य विगत 12 वर्षों से करती आ रही है। इसके तत्वावधान में 12 – 18 मई तक गरीब व अभिवंचित बच्चों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने हेतू समर कैम्प का आयोजन किया गया।
इस समर कैंप में विद्यालय के 100 वॉलेंटियर को 55 अंडरप्रिविलेज्ड बच्चों के साथ समझने और रहने का मौका मिला, साथ ही इन बच्चों के गाँव में जाकर वॉलेंटियर ने उनके माता-पिता के साथ सार्थक संवाद भी स्थापित किया जहाँ उन्होंने नशा से मुक्त होने के उपाय और शिक्षा के महत्त्व के बारे में विस्तार से बताया और समझाया। प्रभात फेरी के माध्यम से भी वॉलेंटियर्स ने लोगों को शिक्षा से जुड़ने का संदेश दिया।
इस कार्यक्रम में प्राचार्य समरजीत जाना ने ‘खिलता बचपन, पढ़ता बचपन और बढ़ता बचपन’ का नारा देकर स्वयं सेवक छात्रों का उत्साहवर्धन किया। छात्रों को सामाजिक कार्य में जुड़ने के लिए बहुत सारे उपाय बताते हुए कहा कि हमारी पढ़ाई तब सार्थक समझी जाती है जब हम समाज के निचले स्तर पर रह रहे लोगों के उत्थान के लिए कार्य करते हैं। सिर्फ नौकरी के लिए पढ़ाई करना, राष्ट्र के साथ बेईमानी है।
एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी शशांक कुमार सिन्हा ने बच्चों को खेलने के लिए प्रेरित किया और कहा कि खेल-खेल में शिक्षण बच्चों को शिक्षा देने की सर्वोत्तम विधि है।
इस समर कैंप को सफल बनाने में विद्यालय के कॉर्डिनेटर सुष्मिता मिश्रा और वरीय खेल शिक्षक डॉ मोती प्रसाद की महती भूमिका रही।