झारखण्ड बोकारो राँची शिक्षा

फिल्म महोत्सव के दौरान तीन दिनों में कुल 60 चयनित फिल्मों का हुआ प्रदर्शन

एसबीयू में चित्रपट झारखंड फिल्म फेस्टिवल 2023 का शानदार समापन

नितीश_मिश्र

राँची(खबर_आजतक) : सरला बिरला विश्वविद्यालय में चित्रपट झारखंड द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय फिल्म फेस्टिवल का गत रात भव्य पुरस्कार वितरण समारोह के साथ समापन हो गया। सरला बिरला विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस तीन दिवसीय विशेष आयोजन में कुल 60 फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। फिल्म के सभी निर्माता-निर्देशकों को सहभागिता प्रमाण पत्र दिया गया। इस महोत्सव के लिए निर्धारित विषयों में जनजातीय समाज, झारखंड स्वतंत्रता संग्राम, वोकल फॉर लोकल, झारखंड का इतिहास, ग्राम विकास, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण, सामाजिक सद्भाव, रोजगार सृजन, भविष्य का भारत आदि थे। जिन पर राज्य के फिल्मकारों ने 102 फिल्में भेजी थीं। पुरस्कार श्रेणी तीन प्रकार की रखी गई थी लघु फिल्म, डॉक्यूमेंट्री फिल्म तथा कैंपस फिल्म। सभी में सर्वश्रेष्ठ तीन पुरस्कार दिए गए।

वहीं सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता एवं सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेत्री के साथ सर्वश्रेष्ठ निर्देशक को भी पुरस्कृत किया गया। इसी के साथ कैंपस फिल्म में ज्यूरी अवार्ड फ़िल्म “शी नोज़एवरीथिंग”जिसके डायरेक्टर – साहब आफ़ताब।कैंपस फ़िल्मो से श्रेष्ठ अभिनेत्री ज्यूरी अवार्ड जाता है – फ़िल्म ”ए डिप्रेस्ड बॉय “ की अभिनेत्री याशिका कामिनी, जो सरला बिरला विश्वविद्यालय की छात्रा है। कैंपस कैटेगरी फ़िल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवार्ड जाता है, एडिप्रेस्ड बॉय फ़िल्म के सफल अभिनेता हिमांशु विश्वकर्मा को जो सरला बिरला विश्वविद्यालय कैम्पस के छात्र है। इस कैंपस केटेगरी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का अवार्ड दिया है फ़िल्म “रीमा के वहुर्मुखी व प्रतिभाशाली अभिनेत्री रीमा कुमारी को दिया गया ।
इसी के साथ आगे बढ़ते हुए कैम्पस फ़िल्मो – ए डिप्रेस्ड बॉय -जिसके निर्देशक जिज्ञासु राज और निर्माता हिमांशु कुमार, दुपट्टा – जिसके निर्देशक – है साहिल अनीश, रीमा – जिसके निर्देशक – मेघा मुंडा एवं अंशु तिर्की है।

तीनो सर्वश्रेष्ठ अवार्ड सरला बिरला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ गोपाल पाठक के द्वारा दिया गया । इसी के साथ कुलपति प्रो गोपाल पाठक ने कहा कि छात्रों का इतना उत्साह देख कर अगले साल जनवरी से 6 महीने का फिल्म मेकिंग के ऊपर डिप्लोमा सटिफिकेट कोर्स लाने जा रहे हैं। लघु फिल्म पुरस्कार की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म प्रथम को ₹31000, द्वितीय ₹21000 एवं सर्वश्रेष्ठ तृतीय फिल्म को ₹11000 प्रदान की गई। सर्वश्रेष्ठ निर्देशक को 5100 रुपए सर्वश्रेष्ठ कहानी ₹5100 सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफर को ₹5100 एवं सर्व श्रेष्ठ संपादक को भी ₹5100 से सम्मानित किया गया।

वहीं सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता को ₹5100 एवं सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेत्री को ₹5100 प्रदान की गई। फिल्म पुरस्कार की डॉक्यूमेंट्री फिल्म की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म 31000 रुपए द्वितीय सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म ₹21000 एवं तृतीय सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म ₹11000 से नवाजा गया। कैंपस फिल्म की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म ₹15000 द्वितीय ₹11000 एवं तृतीय श्रेणी में ₹7500 दिया गया।
वहीं सर्वश्रेष्ठ निर्देशक ₹3100 सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता ₹3100 थे। सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेत्री ₹31000 से सम्मान किया गया। इस पुरस्कार के साथ ही साथ एक ट्रॉफी और प्रमाण पत्र भी समान स्वरूप सभी को प्रदान की गई। इस समापन समारोह के मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक सरयू राय, विशिष्ट अतिथि, पद्मश्री मुकुन्द नायक, कुलपति प्रो डॉ गोपाल पाठक, अजय सिंह, नंदलाल नायक, आकाश आदित्य लामा, अशोक शरण, कल्याणी, रुपेश कुमार आदि ने विजयी प्रतिभागियों को सम्मान स्वरुप प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया।

इस समापन सत्र के उद्बोधन में बतौर विशेष अतिथि सरला बिरला विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति पुत्र गोपाल पाठक ने चित्रपट झारखंड फिल्म फेस्टिवल आयोजन समिति के सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में आने वाले दिनों में फिल्म मेकिंग के क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए झारखंड में पहली बार एसबीयू के द्वारा फिल्म मेकिंग में डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत की जाएगी। झारखंड के युवा व युवती अब फिल्म के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे। राँची स्थित सरला बिरला विश्वविद्यालय में राज्य का पहला फिल्म मेकिंग इंस्टीट्यूट खुलने जा रहा है। भारत के फर्स्ट फिल्म मेकिंग इंस्टिट्यूट, पुणे के तर्ज पर एसबीयू में फिल्म मेकिंग प्रोग्राम की शुरुआत होगी। साथ ही फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के द्वारा युवा व युवतियों को एक्टिंग, डायरेक्शन, स्क्रिप्ट राइटिंग, एडिटिंग, साउंड रिकाॅउडिंग, साउंड डिजाइन, आर्ट डायरेक्शन, प्रोडक्शन डिजाइन, एक्टिंग, डांसिंग सहित अन्य फिल्म मेकिंग से संबंधित प्रोग्राम शुरू की जाएगी।
तीसरे और अंतिम दिन भारतीय चित्र साधना के संस्थापक सदस्य तथा सह सचिव आकाश आदित्य लामा ने फिल्मों में प्रवेश की सही तकनीक विषय पर मास्टर क्लास लिया।

इस भव्य सजावट एवं प्राकृतिक सुषमा सम्पन्न परिसर तीन दिनों तक पूरी तरह फिल्ममय रहा। लघु फिल्मों फर्क, गुलेल और वसन को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय जबकि आदि विद्रोही तथा हम न नाचेब को जूरी अवार्ड प्राप्त हुआ जबकि वृत्तचित्र श्रेणी में लक्की माई, महाकवि घासीराम तथा सेरेंगसिया को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का पुरस्कार मिला। इस कैंपस फिल्मों में रीमा, दुपट्टा तथा डिप्रेस्ड ब्वाय प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रहे।

इस समारोह में पूरा प्रेक्षागृह खचाखच भरा रहा। इस आयोजन को इस राज्य का अपने तरह का प्रथम सुव्यवस्थित और सुनियोजित फेस्टिवल बताया गया।

इस मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार वर्मा, चित्रपट झारखण्ड के नंद कुमार सिंह, डॉ सुशील कुमार अंकन, राकेश रमण, पुलिन मित्र, शैलेंद्र भट्ट, सुमित मित्तल, नवीन सहाय, संजय आजाद तथा डॉ दीपक प्रसाद, डॉ सुबानी बाड़ा, डॉ अशोक कुमार अस्थाना, सीएस महथा आदि उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. आरोही आनंद, निखिल कुमार और मानसी सिंह के द्वारा किया गया।

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