डिजिटल डेस्क
साहिबगंज (खबर आजतक): साहिबगंज जिला के बोरियो प्रखंड के अंतर्गत आने वाले बांझी बाजार के कन्हाई पंडित की शादी बधन टोली की कल्पना से हुई थी. शादी के कुछ दिनों के बाद कल्पना ने आगे पढना चाहा जिसपर कन्हाई ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुये पहले तो मना कर दिया. लेकिन,कल्पना के आगे पढने की इच्छा देख मान गया. इसके बाद उसने अपनी पत्नी का दाखिला शिबू सोरेन महाविद्यालय में करा दिया. जहां 5 साल पढने के बाद नर्सिंग की ट्रेनिंग लेने के लिये उसका दाखिला जमशेदपुर के एक नर्सिंग कॉलेज में करवा दिया. इसके लिये उसने खुद दो लाख रूपये नगद दे कर फ़ीस का भुगतान किया.
पत्नी के पढाई में खर्च किये 4.5 लाख रूपये
कन्हाई का कहना है की उसने पत्नी के पढाई के लिये कुल 4.5 लाख रूपये खर्च किये. जिसमे 2 लाख फ़ीस तथा 2.5 लाख रेंट, किताब आदि पर किया. जिससे वो पुरी तरह से कर्ज में डूब गया. कर्ज चुकाने के लिये उसने मेहनत मजदूरी शुरू कर दी . 250 – 500 के लिये वो दिन रात मेहनत करता था. इसी बीच उसकी पत्नी ने साहिबगंज के ही जुमावती नर्सिंग होम में बतौर नर्से की नौकरी पकड़ ली. एक दिन उसने कन्हाई को कहा कि इतने पैसे से वो क़र्ज़ नही चुका सकता, इसलिय उसे बाहर कमाने जाना चाहिए. अपनी पत्नी पर यकीन कर वो बाहर कमाने चला गया.
जब बाहर से कमा कर घर लौटा तो पत्नी के व्यव्हार में दिखा परिवर्तन
कन्हाई का कहना है की जब वो वापस मार्च 2023 में घर लौटा तो पाया की उसकी पत्नी का व्यव्हार उसको लेके अच्छा नही था. वह दिन रत ड्यूटी के नाम पर घर से बाहर ही रहती थी. इससे उसे शक हुआ कि उसकी पत्नी उससे रिश्ता अब शायद नही रखना चाहती. इसके बाद 14 अप्रैल 2023 को वो बेटे को लेकर मायके चली गई. तभी से उसका फ़ोन भी बंद आ रहा है. उसने इसको लेकर थाने में सुचना भी दी ,लेकिन पत्नी से कोई संपर्क नही हो पाया.
पीड़ित ने प्रशासन से लगाई है गुहार
पीड़ित कन्हाई ने जिला अदालत .एसपी और उपयुक्त से गुहार लगाई है की उसकी मदद की जाए. वो कर्ज चुकाने को लेकर पुरी तरह से मानसिक तनाव में रह रहा है. उसे अपने बच्चे की कस्टडी दी जाये. इसके अलावा जो भी सामान वो अपने घर ले गई थी उसे वापस लौटा दिया जाए