कसमार झारखण्ड बोकारो

बच्चों की ट्रैफिकिंग के खिलाफ चलाया जनजागरूकता अभियान।

विश्व मानव तस्करी दिवस पर आयोजन।

बोकारो (ख़बर आजतक): बोकारो जिले के जरीडीह प्रखंड के बारु पंचायत में विश्व मानव दुर्व्यापार निषेध दिवस के अवसर पर 30 जून को सहयोगिनी संस्था द्वारा ट्रैफिकिंग के खिलाफ जनजागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान लोगों को ट्रैफिकिंग के खिलाफ शपथ भी दिलाई गई। इस दौरान प्रभात फेरी को पंचायत समिति सदस्य दिलीप भुइया ने रवाना किया।

सहयोगिनी के निदेशक गौतम सागर ने इस दौरान कहा कि अर्से से स्कूलों, आंगनबाड़ियों, पंचायतों के अलावा घर-घर जाकर बच्चों की ट्रैफिकिंग और बाल मजदूरी के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहा है और लोगों को बच्चों की ट्रैफिकिंग रोकने की शपथ दिला रहा है। इन सतत प्रयासों का उद्देश्य बच्चों की ट्रैफिकिंग और बाल श्रम के खिलाफ लोगों में जागरूकता के स्तर को बढ़ाना और इसकी बुराइयों से अवगत कराना है। यद्यपि पिछले एक दशक में देश में केंद्र और राज्य सरकारों ने बच्चों की ट्रैफिकिंग पर काबू पाने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं लेकिन आम लोगों में जागरूकता की कमी के कारण ये प्रयास पूरी तरह सफल नहीं हो पाए हैं।

उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों सहित झारखंड में बच्चों की ट्रैफिकिंग को रोकना दशकों से एक बड़ी चुनौती है। यद्यपि सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर प्रयासों के कारण ट्रैफिकिंग के मामले दर्ज होने की संख्या बढ़ी है लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना शेष है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के 2021 के आंकड़ों से पता चलता है कि देश में हर घंटे नौ बच्चे लापता होते हैं, जबकि रोजाना आठ बच्चे ट्रैफिकिंग के शिकार होते हैं। रिपोर्ट बताती है कि 2021 में देश 77,535 बच्चे लापता हुए जो 2020 के मुकाबले 31 फीसद ज्यादा है। हमें अपने परिवार गांव को सुरक्षित रखना है तो हमें सचेत रहना होगा।
इस दौरान समन्वयक फुलेंद्र रविदास ने देश में बच्चों की ट्रैफिकिंग के बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि “यह तथ्य कि आज ज्यादा से ज्यादा लोग बच्चों के लापता होने की जानकारी देने सामने आ रहे हैं, अपने आप में एक बड़ा बदलाव है। यह इस बात का संकेत है कि जमीनी स्तर पर घर-घर जाकर हमने जो जागरूकता अभियान चलाया है, उससे लोगों की मानसिकता बदली है और सुखद नतीजे सामने आ रहे हैं । हालांकि सरकारें और कानून प्रवर्तन एजेंसियां पूरी मुस्तैदी से बच्चों की ट्रैफिकिंग रोकने के प्रयासों में जुटी हुई हैं लेकिन इस संगठित अपराध को देश से पूरी तरह खत्म करने के लिए एक कड़े एंटी-ट्रैफिकिंग कानून की सख्त जरूरत है इसलिए सरकार संसद में एंटी- टैफिकिंग बिल शीघ्र पास कराए।“
इस दौरान प्रभात फेरी में ग्रामीण महिलाएं, किशोरिया एवं जनप्रतिनिधि सहित सहयोगिनी के सदस्य में रवि कुमार राय, कुमारी किरण, पुष्पा देवी, मंजू देवी, सरोज कुमार, पूर्णिमा देवी, अंजू देवी, सोनी कुमारी, अनिल हेंब्रम,अनंत सिन्हा , राजकिशोर शर्मा, विकास गोस्वामी, लक्ष्मी देवी, सोनिका कुमारी, प्रवीण कुमार, प्रतिभा कुमारी मिश्रा उपस्थित थे।

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