डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक): ज्ञान और विचारों को समीक्षात्मक टिप्पणियों के साथ शब्द तथा चित्रों के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाना पत्रकारिता कहलाता है। यह एक ऐसी विद्या होती है जिसमे व्यक्ति को अंधे की आंख,और गूंगे की आवाज़ और गरीबों और समाज के पिछड़े व्यक्तियो की अभिव्यक्ति बननी पड़ती है। आज जिसे संविधान का चौथा स्तंभ भले ही कहा जाये लेकिन यही स्तंभ है जिसपर चौतरफा हमला भी आये दिन होती रहती है। कसमार ही नहीं बोकारो भी कहे तो कम पड़ेगा पुरे झारखण्ड राज्य मे एक नाम है कलम के जादूगर दीपक सवाल का. अभी हाल ही बगदा के गरीब खेदन घाँसी के लिए कलम के जादू से वो कर दिखाया जो पद पर बैठे विभागीय बाबू ना कर सके.. यही नहीं आपको याद होगा भूखल घंसी जिसके पुरे परिवार को मदद दिलाने मे पत्रकार दीपक सवाल ने अहम् भूमिया निभाई थी.. बात यही ख़त्म नहीं होती दीपक सवाल नें ना जाने ऐसी कई रोचक जानकारी वाली पुस्तके लिख डाली जिसे इस पीढ़ी के लोग कल्पना भी नहीं कर सकते..और किताबों के माध्यम से वो तमाम जानकारी जन जन तक पहुंचाया जिससे हम कोसो दूर थे.. ऐसे जज़्बो को ख़बर आजतक की पूरी टीम सलाम करता है. वर्तमान मे श्री सवाल दैनिक अख़बार प्रभात ख़बर मे है और इन्हे संपादकीय श्रेष्ठ सम्मान से नवाज़ा गया है.’प्रभात खबर’ के ऑल इंडिया एडिशन लेबल पर यह चयन हुआ है। इसके तहत चार कैटेगरी में सम्मान दिए गए हैं। बेस्ट रिपोर्टर का पुरस्कार दीपक सवाल को मिला है। वहीं, बेस्ट फोटोग्राफर का पुरस्कार जमेशदपुर के ऋषि तिवारी, बेस्ट कॉपी एडिटिंग का पुरस्कार कोलकाता के अखिलेश कुमार सिंह तथा बेस्ट डिजाइन का पुरस्कार सेंट्रल डेस्क के मंटू कुमार सिंह को दिया गया है। सभी को प्रशस्ति पत्र के अलावा प्रोत्साहन राशि भी दी गई है।