झारखण्ड राँची

बदलते समय के साथ शिक्षकों-शिक्षिकाओं की चुनौतियाँ बढ़ी है और बच्चों की जिम्मेदारियाँ भी: बंधु तिर्की

दहिसोत, बनहोरा के आवासीय बंधु हाई स्कूल में शिक्षक दिवस का आयोजन

नितीश_मिश्र

राँची(खबर_आजतक). पूर्व मंत्री, झारखंड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि समय बहुत अधिक तेजी के साथ बदल रहा है और इसके अनुरुप शिक्षकों-शिक्षिकाओं की चुनौतियाँ बहुत ज्यादा बढ़ गयी है जबकि छात्र छात्राओं की जिम्मेदारियाँ भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि सभी का यह कर्तव्य है कि देश, समाज और अपने परिवार के साथ ही अपने व्यापक हित में स्वयं में बदलाव करें।

लेकिन बंधु तिर्की ने कहा कि किसी भी हाल में हमारे नैतिक मूल्यों और आदर्शों में कोई भी परिवर्तन नहीं होना चाहिए क्योंकि उसकी जड़े बहुत ज्यादा गहरी है।
शिक्षक दिवस के अवसर पर राजधानी के दहिसोत, बनहोरा स्थित आवासीय बंधु उच्च विद्यालय में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए बंधु तिर्की ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के आदर्शों के आधार पर ही मजबूत भारत की वैसी बुनियाद रखी जा सकती है जहाँ सभी को समान अधिकार और सम्मान के साथ-साथ समान अवसर भी मिले। उन्होंने कहा कि इसकी सबसे ज्यादा जिम्मेदारी शिक्षकों – शिक्षिकाओं की ही है।

इस दौरान बंधु तिर्की ने कहा कि बदलते समय के साथ विद्यालय में व्यावसायिक दृष्टिकोण बढ़ा है और इसे पूरी तरीके से गलत भी नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन उन्हें इस बात का आत्म संतुष्ट हैं उन्होंने बंधु आवासीय उच्च विद्यालय, बहुत हद तक व्यवसायीकरण की उस आंधी से बचा हुआ है।

1982 में स्थापित आवासीय बंधु उच्च विद्यालय की पृष्ठभूमि की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बहुत छोटे स्तर पर लेकिन भव्य सपने के साथ शुरु विद्यालय ने अब बड़ा स्वरूप भले ही ले लिया हो लेकिन इसके आधुनिकीकरण के लिए वे नए सिरे से योजना तैयार कर रहे हैं और बहुत जल्द विद्यार्थियों के लिये आधुनिक परिप्रेक्ष्य में करियर काउंसलिंग शुरू की जाएगी।

बंधु तिर्की ने कहा कि पिछले 15-20 सालों में शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूक परिवर्तन हुआ है। इसके साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी और संचार के आधुनिक साधनों का प्रभाव या दुष्प्रभाव भी बढ़ा है लेकिन छात्र-छात्राओं को इस बात का पूरा प्रयास करना चाहिए कि वे मोबाइल और इंटरनेट के दुष्प्रभाव से बचने और शैक्षणिक क्षेत्र में उसका अपने शैक्षणिक अध्ययन और समृद्धि में सदुपयोग करें।

इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों-शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया साथ ही विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने आकर्षक एवं रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

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