नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): केंद्रीय सरना समिति एवं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को कुरमी को आदिवासी बनने से रोकने के लिए जागरुकता अभियान के तहत ईचागढ़ विधानसभा अंतर्ग नीमड़ी प्रखंड ग्राम जाता का दौरा किया जिसमें जाता गाँव में बैठक आयोजित किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता जाता ग्राम के गोविंद उराँव ने की। इस बैठक में कुरमी को आदिवासी बनने से रोकने के लिए विचार विमर्श किया गया।
इस बैठक में केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि कुरमी को किसी भी कीमत में आदिवासी बनने नहीं दिया जाएगा। पूरे झारखंड में केंद्रीय सरना समिति जागरुकता अभियान चला रही है, बहुत जल्द कुरमी को आदिवासी बनने से रोकने के लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा ने कहा कि कुरमी आदिवासियों का अधिकार लूटने के लिए आदिवासी बनना चाह रहे हैं। कुरमी मूर्ति पूजा करते हैं और पंडित से जन्म से लेकर मृत्यु तक पूजा पाठ करते हैं जबकि आदिवासी प्राकृतिक पूजक है जन्म से लेकर मृत्यु तक पाहन के द्वारा अनेक नियम पूजा पाठ करते हैं। कुरमी हिन्दू पूजा पाठ के नियम से चलते हैं एवं हिंदू वर्ण व्यवस्था के अंतर्गत शूद्र जाति में आते हैं जबकि आदिवासी इनसे अलग है।
इस मौके पर अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के महासचिव बना मुंडा, दीपक जायसवाल एवं इच्छागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लालू उराँव, विकास उराँव, जगबंधु राम, संदीप उराँव, अनिल कुमार उराँव, दिनेश उराँव, कृष्णा उराँव, गोविंद उराँव शामिल थे।