बोकारो (ख़बर आजतक): गुरुवार को सेल/ बोकारो इस्पात संयंत्र के कोक ओवन सुदर्शन कैंटीन में ठेका मजदूरों पर हो रहे प्रबंधन के अत्याचार के विरोध में क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) की विशाल मीटिंग हुई। मीटिंग को संबोधित करते हुए संघ के महामंत्री सह सदस्य एनजेसीएस श्री राजेंद्र सिंह ने सर्वप्रथम 17 अक्टूबर को हुए बोनस मीटिंग पर एनजेसीएस की बैठक के बारे में बोलते हुए कहा कि हमने प्रबंधन से मांग रखा कि पिछली बार के अनुसार इस बार भी ₹28500/= बोनस बेस रखें मगर इस प्रबंधन को मजदूर हित से तो कुछ लेना-देना है नहीं,हमेशा हमारे धैर्य का परीक्षा लेती है। सिर्फ ₹21000/= का बोनस बेस मजदूरों का अपमान है। इसीलिए वार्ता को भंग कर हम आपके बीच मौजूद हैं। हमने प्रबंधन को साफ साफ कह दिया कि हम बोनस के रूप में अपना हक मांगने आए हैं भीख मांगने नहीं।
हमारी यूनियन ने सदैव मजदूर हित में कुर्बानियां दी है अभी हाल में दुर्गापुर में एरियर, बोनस, ठेका मजदूरों के वेज रिवीजन, ग्रेच्युटी, ग्रुप इंश्योरेंस तथा नाइट अलाउंस के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे हमारे दुर्गापुर के महामंत्री सुकांतो रक्षित का निलंबन इसका उदाहरण है। निलंबन से हम डरने वाले नहीं हैं हम तब तक हार नहीं मानेंगे जब तक संपूर्ण अधिकार प्राप्त न कर लें।
कोक ओवन बैटरी नंबर 7-8 में हुए अनुशासन भंग की घटना पर बोलते हुए श्री सिंह ने कहा कि कोक-ओवन प्रबंधन कान खोल कर सुन ले कि अगर किसी मजदूर या किसी रेजा बहन पर अत्याचार होता है तो यूनियन सीधी कार्रवाई करेगा।अनुशासनहीनता पर कोई समझौता नहीं होगा।
17 तारीख को नई दिल्ली में हुई बोनस मीटिंग में भी हमने ठेका मजदूरों के वेज रिवीजन की मांग को उठाया। हमने साफ-साफ प्रबंधन को चेतावनी दिया है कि अगर जल्द बोनस एवं ठेका मजदूरों के लंबित समस्याओं पर एनजेसीएस की बैठक बुलाकर हल नहीं निकला गया तो पूजा के बाद कभी भी संयंत्र में हड़ताल हो सकता है।मजदूरो के आक्रोश से दूर रहे प्रबंधन नहीं तो मजदूर अपना हक लेना जानते हैं।
ठेका मजदूरों के बोनस सर्कुलर पर बोलते हुए श्री सिंह ने कहा कि प्रबंधन 30 नवंबर तक का डेडलाइन तय किया है अब बताइए 30 नवंबर तक सारी पूजा सब उत्सव खत्म होने के बाद हम बोनस लेकर क्या करेंगे?
बैटरी के अभी हाल में हुई निविदा एवं कार्यदेश को लेकर श्री सिंह ने कहा कि बैटरी में जो भी कंपनी काम करने आए वह गांठ बांध ले की पुराने मजदूर ही काम करेंगें नहीं तो फिर बोरिया बिस्तर बांधकर जाने के लिए तैयार होकर आए।
मीटिंग में श्री सिंह के अलावे अरुण कुमार ,चंद्र प्रकाश कुमार, जुम्मन खान, टुनटुन सिंह, अभय शर्मा, आनंद कुमार, फूलचंद महतो, गुरुवारी देवी, मालती सोरेन, सुरू देवी आदि ने अपने विचार रखें।