झारखण्ड बोकारो शिक्षा

पूर्वी क्षेत्रीय चिन्मय युवा केंद्र का एस.एम.एस कैंप सफलतापूर्वक सम्पन

पूरी भारतीयता लिए भारत के लिए उभरेंगे कई युवा लीडर

मूल्य की कमी ही सभी समस्याओं की जड़ हैस्वामी अव्ययानंद सरस्वती

बोकारो (ख़बर आजतक): चिन्मय विद्यालय बोकारो में चिन्मय मिशन बोकारो के तत्वावधान में चिन्मय युवाकेन्द्र द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सरल मंत्र सफलता के कैंप सर्वोच्च सफलता को समेटे हुए सोल्लास सम्पन हुआ सभी कैंप-प्रतिभागी अति संतुष्ट दिखे इस कैंप का उदेश्य ऐसे शक्ति संपन्न युवा नेतृत्व को विकसित करना या जो भारत एवं भरतीय संस्कृति के लिए युक्त हो । हमेशा देेश की सेवा के लिए तत्पर रहे जिसका व्यक्तित्व धर्ममय हो क्योंकि धर्म ही विजय दिलाता है अपने इस उद्धेश्य की प्राप्ति में यह कैंप काफी सफल रहा है इसकी पुष्टि इस बात से होती है कि कैंप में भाग लेने वाले युवामन विभीषण गीता में निहीत गूढ़ तत्व पर तर्क पूर्ण वातें करते सुने जा रहे हैं।

आज दिन का प्रथम प्रहर रहा विचार मंपन का दौड़

कैंप में आज प्रातः काल योग, ध्यान, प्राणायाम एवं प्रार्थना के वाद युवा मन को अपने सोच के प्रति, अपने प्रति, समाज के प्रति, वातावरण के प्रति संवेदनशील होने के लिए गाय,दीवाल,पेड़,पशु,पक्षी, दिव्यांग जन, स्वशरीर सहित दस विषय दिए गए थे। इन विंदुओं पर उन्होने अपनी दृष्टि से सोचा और अपने अनुभवो का साझा किया, इसके बाद परम पूज्य स्वामी राघवानंद सरस्वती का ज्ञान सत्र हुआ । परम पूज्य स्वामी राघवांनद ने संदेश दिया कि मस्त रहिये ,व्यस्त रहिये और स्वस्थ रहिए । जो जिसके पास रहता है वही समाज को देता है आप के पास मस्ती होगी प्रेम होगा तो समाज भी प्रेममय मस्ती भरा होगा। एक नेता में यही गुण होना चाहिए उन्होंने कहा  कि सभी व्यक्ति नेता है सभी अपने स्तरपर किसी ने किसी का नेतृत्व करते हैं , इसलिए आपका आचरण अनुकरणीय होना चाहिए आपकी सोच मौलिक हो व्यापक दृष्टि हो उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि अंधानुकरण मत करिये नही ंतो जीवन भेड़चाल जैसा हो जाएगा, हमेशा विवेक सम्मत अनुकरण करें।

द्वितीय प्रहर मे हुआ समापन समारोह

दूसरे प्रहर में समापन समारोह का आयोजन हुआ 

इस अवसर पर अपने आशीर्वचन मे युवाओं को सम्बोधित करते हूए परम पूज्य स्वामी अव्ययानंद सरस्वती ने कहा कि भारत में या विश्व में जहाॅ कही भी जो भी समस्या है उसका एक मात्र कारण है मूल्यों की कमी मानवीय मूल्यों की कमी के कारण ना व्यापक सोच उत्पन्न होता है ना स्यापक समावेशी दृष्टि का निर्माण । आप केवल मैक्सिमम आउटपूट की बात करते है लेकिन क्या क्वालिटी इनपुट दे रहे है। आज के तेजश्वी ऊर्वर युवामन में इसी बात की कमी हैं। सामथ्र्य और तेज से परिपूर्ण होते हुए भी युवा दिशाहीन हो रहे है और सामान्य सी चुनौतियों का सामना नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए सरल मंत्र सफलता के इंपावरिंग युथ लीडर विथ इंडियन एसेन्स जैसे युवा कैंप की आवश्यकता है जो समाज के अनुरूप् भारत और भारतीयता के लिए तेजस्वी प्रज्ञावन नेता का निर्माण कर सकें। चिन्मय युवाकेन्द्र की स्थापना का उद्वेश्य भी यही था।

सभी युवा प्रसन्न और उत्साहित दिख रहे थे

कैंप में भाग लेने वाले सभी छात्र पूरी तरह संतुष्ट दिख रहे थे। उन्होने भोजन , व्यवस्था सफाई और सुरक्षा से लेकर सभी तरह के प्रबंध की प्रशंसा की उन्होने परम पूज्य स्वामी अव्ययानंद सरस्वती के प्रति अपना आदर समर्पित करते हुए कहा कि वास्तव मं स्वामीजी हम सब के अन्तर्चक्षु को खोल दिया है हम सभी ने सोचने का तरीका सीखा क्या सोंचे , कैसे सोंचे, धर्म क्या है विजयी कौन होता है हम कैसे विजयी होगे ये सारे गुड़ स्वामी जी से सीखा। इन्हे अपना कर हम अपने मन बुद्धि विवेक , शरीर को तो व्यवस्थित कर सकने में सक्षम हुए है और साथ ही समाज  में भी अपना संरचनात्मक योगदान दे सकते हैं।

इसंेंस आॅफ रामायण निवंध प्रतियोगिता के पाॅच प्रतियोगी हुए पुरस्कृत

कैप के दौरान रामायण में निहित मूल्य पर निवंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें 225 बच्चों ने भाग लिया। इनमें पाॅच सबसे बेहतरीन निबंध को स्वामी राघवानंद सरस्वती ने सम्मानित किया इनके नाम इस प्रकार है – स्वाति श्रुति पांडा (चिन्मया विद्यालय राउरकेला), रमन भारद्वाज (विदया भारती चिन्मया जमशेदपूर) अनामिका राउत (डी0 पी0 एस बोकारो) शिखा सुमन (चिन्मया बोकारो) सत्यम कुमार (जि0 जि0 पी0 एस बोकारो )

कैंप सर्टिफिकेट का हुआ वितरण।

कार्यक्रम के अंतिम  पड़ाव में स्वामी अव्ययानंद सरस्वती एवं स्वामीनी सयुक्तानंद सरस्वती ने अपने आशीर्वाद के साथ कैप में भाग लेने का सर्टिफिकेट प्रदान किया तथा अपनी शुभ कामनाएॅ भी दी ।

परम पूज्या स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती, परम पूज्य स्वामी राघवानंद सरस्वती , ब्रह्मचारणी प्रतिभा चैतन्य, विश्वरूप मुखोपाध्याय- अध्यक्ष, महेश त्रिपाठी – सचिव , ब्रह्मचारणी अन्नया चैतन्या , ब्रह्मचारी दिवाकर चैतन्या , ब्रह्मचारी दीपक पांडे, ब्रह्मचारी गोपाल मिश्रा, हरिहर राउत (मिशन सचिव), आर एन मल्लिक एवं प्राचार्य सूरज शर्मा सहित विद्यालय के शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संजिव कुमार मिश्रा एवं विकास परिधारिया ने किया । कैंप काॅर्डीनेटर अरूनेश मयंक ने धन्यवाद ज्ञापन किया । अन्य लोगों में राहुल रॉय मनोज कुमार गुप्ता , शुभेन्दु मिश्रा एवं मिशन के सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन वेदिक शांतिपाठ से हुआ।

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