नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): आदिवासी छात्र संघ ने बुधवार को रातू प्रखण्ड कमिटी के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पुतले का दहन कर हसदेव जंगल को उजाड़ने के खिलाफ विरोध प्रकट किया है। इस पुतला दहन कार्यक्रम रातू प्रखण्ड के काठीटाँड़ चौक में किया गया। इस दौरान छात्र संघ के प्रखण्ड अध्यक्ष रोशन तिग्गा ने बताया कि “हम इस प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को यह बतलाना चाहते हैं कि हसदेव अरण्य में लगातार लाखों पेड़ जो काटी जा रही है। उसे सरकार बंद करें और वहाँ रह रहे आदिवासियों जो लगातार खनन वह जंगलों की कटाई का विरोध कर रहे हैं, उन पर फर्जी मुकदमा डालकर नजर बंद किया गया है। उन्हें जल्द से जल्द रिलीज करें। वन्य प्राणियों का संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है।
वहीं केंद्रीय मिडिया प्रभारी सुमित उराँव ने कहा कि सरकार पर्यावरण के नाम पर पर्यावरण संरक्षण के नाम पर वन्यजीवों के संरक्षण के नाम पर सालाना अरबो रुपए खर्च करती है और जहाँ हजारों हेक्टेयर में फैले हसदेव अरण्य के जंगलों को खनन के नाम पर बर्बाद कर रही है। धड़ले से पेड़ों की कटाई कर रही है, इसे तत्काल रोकना चाहिए।
इस दौरान प्रखण्ड सचिव अमित तिग्गा ने कहा कि खनन और हसदेव राना की कटाई के विरोध कर रहे आंदोलनकारी को जल्द से जल्द रिहाई की जाए।
इस मौके पर प्रखण्ड सचिव अमित तिग्गा, कोषाध्यक्ष अनुज तिर्की, पूर्व प्रखण्ड अध्यक्ष रमेश मुण्डा, उपाध्यक्ष रोहित खलखो, प्रखण्ड उपाध्यक्ष अजित खलखो, जिला प्रवक्ता मंगल उराँव, पूर्व प्रखण्ड उपाध्यक्ष अजय तिग्गा, संदीप उराँव, संगम उराँव, सूरज तिग्गा, उत्तम तिग्गा, दीपक उराँव, दीपक महादेव, मनीष उराँव, अनु उपस्थित थे।