नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): आगामी 4 फरवरी को आयोजित आदिवासी एकता महारैली को लेकर देव कुमार धान द्वारा इसके खिलाफ लगालतार बयानबाजी करने पर महारैली के संयोजक लक्ष्मीनारायण मुंडा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि गरीब आदिवासियों की 35 एकड़ जमीन ठगकर साईं मंदिर बनाने वाले पूर्व विधायक देव कुमार धान आदिवासी कौन है, इसका ज्ञान बाँट रहे हैं। जो महज विधानसभा चुनाव लड़ने के खातिर कभी काँग्रेस, कभी भाजपा तो कभी ओवैसी की पार्टी में भागने वाले सिद्धांत और नैतिकता का बात न करें। उन्होने कहा कि ये वही देव कुमार धान हैं जो डीलिस्टिंग को आरएसएस भाजपा प्रायोजित बताते हैं और डीलिस्टिंग का समर्थन करते हैं।
उन्होंने कहा कि 4 फरवरी को आयोजित आदिवासी एकता महारैली में भाजपा आरएसएस से संबद्ध आदिवासी लोगों को छोड़कर सभी आदिवासी समुदाय/ संगठनों और सभी आदिवासी राजनीतिक पार्टियों में शामिल आदिवासियों को बुलाया गया है। चाहे वे किसी भी धर्म,/पंथ/मतो को मानने वाले हों, आमंत्रित हैं। लक्ष्मीनारायण मुण्डा ने कहा कि यह रैली आदिवासियों की दिशा तय करेगी। इसके लिए पूरे जोर-शोर से सभी जिलों में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।