किसी भी स्थिति में औद्योगिक इकाईयों को उजड़ने नहीं देंगे: हफीजुल हसन
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): रामगढ़ के रउता में स्थापित उद्योगों की समस्या पर चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री के नेतृत्व में रामगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने मंत्री हफीजुल हसन के साथ मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया। इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने रामगढ़ के उपायुक्त द्वारा रउता के दो औद्योगिक प्रतिष्ठानों की जमाबंदी को अवैध जमाबंदी करार देते हुए रद्द कर देने और 11 अन्य औद्योगिक इकाईयों की जमाबंदी रद्द करने की कार्रवाई शुरू करने के मामले से अवगत कराया। इस दौरान बताया गया कि वर्तमान में सभी उद्योग चालू स्थिति में है जहां बड़ी संख्या में श्रमिकों के साथ-साथ आपूर्तिकर्ता संलग्न हैं। कंपनियों ने वित्तीय संस्थानों से करोड़ों रू0 ऋण लिया है, सरकार को जीएसटी, बिजली बिल और अन्य शुल्क आदि जैसे करों के रुप में इन उद्योगों से बड़ा राजस्व प्राप्त हो रहा है, ऐसे में इन उद्योगों की जमाबंदी रद्द करने से सरकार को राजस्व की क्षति होने के साथ ही बड़ी संख्या में बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न होने की संभावना बनेगी। चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने मंत्री हफीजुल हसन से इस मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया।
वहीं मंत्री हफीजुल हसन ने प्रतिनिधिमंडल की सभी बातों को गंभीरतापूर्वक सुना और कहा कि किसी भी स्थिति में औद्योगिक इकाईयों को उजड़ने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने जल्द ही इस मामले में उचित कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया।
इस प्रतिनिधिमंडल में रामगढ़ चैंबर के अध्यक्ष विनय अग्रवाल, उद्यमी अशोक जैन, राधेश्याम अग्रवाल, गोविंद मेवाड़, ओमप्रकाश बजाज और पवंजय कुमार शामिल थे।