प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जताया आभार
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): नेता प्रतिपक्ष सह चंदनक्यारी विधायक अमर कुमार बाउरी ने परीक्षित महतो को मिले सम्मान के बाद खुशी जाहिर करते हुए कहा कि चंदनकियारी आज न सिर्फ राज्य बल्कि देश और विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है। एक तरफ जहाँ चंदनकियारी के युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक लाकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं वहीं कला के क्षेत्र में सबसे सम्मानजनक अवार्ड संगीत नाटक अकादमी अवार्ड को प्राप्त करना चंदनकियारी के लिए गर्व की बात है। आज छऊ कलाकार परीक्षित महतो को राष्ट्रपति के द्वारा संगीत नाटक अकादमी अवार्ड दिया गया जो न सिर्फ सभी छऊ कलाकार के लिए बल्कि पूरे चंदनक्यारी और राज्यवासियों के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि चंदनकियारी को सम्मान देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आभार है। उन्होंने कहा कि चंदनकियारी में शुरू किए गए राष्ट्रीय छऊ नृत्य प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र से आज हमारी कला संस्कृति को नया मुकाम मिल रहा। यहाँ आए दिन छऊ नृत्य एवं अन्य कलाओं का प्रशिक्षण आयोजित किया जाता है। इस केंद्र में न सिर्फ झारखण्ड बल्कि पूरे देश के युवा अपनी कला संस्कृति को जानने और सीखने आते है।
अमर कुमार बाउरी ने कहा कि यह मंगल यात्रा रूकने वाली नही है। चंदनकियारी को झारखंड का सांस्कृतिक विरासत का केन्द्र बनायेगे।
ज्ञात हो कि चंदनकियारी के राष्ट्रीय छऊ नृत्य प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र पहली बार अमर कुमार बाउरी के प्रयास से ही संभव हो पाया। देशभर के बड़े बड़े कलाकारो, अभिनय से जुड़े लोगो ने चंदनकियारी के गाँवो का दौरा किया और हाशिए पर आ चुके छऊ कलाकारो की सुध ली। छऊ के अनेक साधक चंदनकियारी के गाँवो मे निवास करते है। छऊ केन्द्र के खुलने से गाँवो के कलाकार को राष्ट्रीय पहचान मिला। छऊ के सैकड़ो कलाकारो को देश के कई भागो मे जाने का अवसर भी प्राप्त हो रहा है।
बता दें कि छऊ की तीन प्रमुख शैलियो मे मयूरभंज, सरायकेला और मानभूम की शैली है। तीनो शैलियो के लिए समय समय पर कार्यशाला और कार्यक्रम का आयोजन चंदनकियारी छऊ केंद्र में होता है। इस तरह के प्रयास से चंदनकियारी के छऊ कलाकारो को बल मिला, इससे नई पीढी भी प्रेरणा पाकर अपनी विरासत को बचाने का प्रयास कर रही है।
उन्होने कहा कि संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित छऊ कलाकार परीक्षित महतो, चंदनकियारी के खेडाबेडा गांव के रहने वाले है। इन्होने छऊ की शिक्षा गुरू स्व धनंजय महतो से प्राप्त किया।
इस अवसर पर अमर कुमार बाउरी ने सभी चयन सदस्यो, अकादमी के चेयरमैन, अकादमी के सचिव, भारत सरकार संस्कृति विभाग के संयुक्त सचिव एवं निदेशक सहित भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है।