बोकारो (ख़बर आजतक): रोटरी क्लब चास की अध्यक्ष पूजा बैद ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि हमें विश्वास है कि संगोष्ठी के माध्यम से महिला सशक्तिकरण की दिशा में हम महिलाओं को जागरूक करने में सफल होंगे। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ परिंदा सिंह ने कहा की महिला सशक्तिकरण एक बहु आयामी प्रक्रिया है। परिंदा ने कहा कि भारत में महिला सशक्तिकरण का परिदृश्य अनेक जटिलताओं एवं चुनौतियों से युक्त रहा है। डॉ परिंदा ने कहा की राजनीति, प्रबंधन, प्रशासन सहित कई क्षेत्रों में आने वाले समय में बडा बदलाव अवश्य देखने को मिलेंगे । उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदलेगा और समाज में महिलाओं को उचित हिस्सेदारी मिलेगी। मौके पर उपस्थित किरण कुमार ने कहा की ममता की प्रतिमूर्ति नारी समाज में विभिन्न उत्पीड़न को सहते हुए सजक रूप से अपने परिवार के प्रति कर्तव्यनिष्ठ बनी रहती है। किरण कुमार ने स्वरचित कविता का भी पाठ किया।संगोष्ठी को संबोधित करते हुए श्वेता रस्तोगी ने कहा की महिलाओं के प्रति असहाय,अबला, भेदभाव की भावना को समाप्त करने की दिशा में जागरूकता लाने की विशेष जरूरत है। उषा कुमार ने कहा कि आज महिलाएं अपने को संबल एवं सक्षम महसूस करते हुए विकास की ओर अग्रसर है। शेल रस्तोगी ने मां की महता पर एक गीतिका प्रस्तुत की। रोटरी क्लब चास की सचिव डिंपल कौर ने कहा कि यह संगोष्ठी हम सभी महिलाओं के लिए निश्चित रूप से सही दिशा प्रदान करने वाले सिद्ध होगी। संगोष्ठी में उपस्थित सभी महिलाओं को उपहार देकर सम्मानित किया गया। संगोष्ठी में माधुरी सिंह, ललिता चोपड़ा,अर्चना सिंह, राखी चौधरी, आरती पारख, नेहा अग्रवाल, ब्रेंडा टबोड़ा,सुमी सलुजा, उषा कुमार, किरण कुमार, डिंपल कौर, पूजा बैद, आदि उपस्थित थे।