झारखण्ड बोकारो

भगवान बिरसा मुंडा समिति बोकारो द्वारा बिरसा मुंडा की 124वीं शहादत दिवस मनाई गई।

बोकारो : भगवान बिरसा मुंडा समिति बोकारो द्वारा बिरसा मुंडा की 124वीं शहादत दिवस मनाई गई। शहर के नया मोड़ बिरसा चौक स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर समिति की सदस्यों ने माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उनके वीरता एवं बालिदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष योगो पुर्ति ने की। इससे पूर्व दिऊरी गंगाधर पुर्ति ने आदिवासी रीति रिवाज से पूजा अर्चना किया। इस दौरान उपस्थित सभी सदस्यों ने बिरसा मुंडा के पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर अध्यक्ष श्री पुर्ति ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने जल, जंगल, जमीन और आदिवासियों की भाषा, संस्कृति और अस्मिता की रक्षा के लिए लगातार आंदोलन किया था। इसी उद्देश्य के साथ उनके संकल्पों को आगे बढ़ाने के लिए बिरसा मुंडा समिति तत्पर हैं।

उन्होंने बताया कि समिति द्वारा लगातार 50 वर्षों से बिरसा मुंडा की जयंती और शहादत दिवस मनाती आ रही है। श्री पूर्ति ने आगे कहा की बिरसा के पदचिन्हों पर चल कर ही बिरसा के सपनों का झारखंड बनाया जा सकता। इसके लिए युवाओं को आगे आना होगा। समिति के उपाध्यक्ष रामदयाल सिंह गोकुल ने कहा कि बिरसा मुंडा ने 25 वर्ष की उम्र में अंग्रेज़ों के खिलाफ हिंसक विद्रोह छेड़ दिया था। बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश शाशन तंत्र के विरुद्ध विद्रोह की घोषणा करते हुए कहा था, हम कभी तुम्हारे (ब्रिटिश) हुकूमतों और नियमों का पालन नही करेंगे। छोटा नागपुर सदियों से हमारा है और तुम इसे हमसे छीन नहीं सकते। इसलिए बेहतर है कि अंग्रेजों तुम अपने देश वापस लौट जाओ। मौके पर अंतरराष्ट्रीय कलाकार रंजीत कुमार, रूपलाल मांझी, झरीलाल पात्रा, रामकुमार मांझी, फुलजेंट एक्का, आकाश कुमार समड, वीर सिंह, संजय कुमार, बरजो मेलगंडी, पत्रों समड आदि मौजूद थे।

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