रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): झारखण्ड विधानसभा के तीसरे कार्य दिवस के दिन नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने विधानसभा अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। अमर बाउरी ने कहा कि कि वे अध्यक्ष सरकार के प्रवक्ता के रूप में सदन में कार्य कर रहे हैं और विपक्ष की आवाज़ को दबाने के काम कर रहे है। उन्होने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी को आज पूरा देश सुन रहा है, लेकिन झारखण्ड के नेता प्रतिपक्ष को बोलने नही दिया जा रहा, हमारे माइक को बंद कर दिया जाता है।
उन्होंने अध्यक्ष पर माननीय उच्च न्यायालय के आदेश, दिशा-निर्देश की अवमानना करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय ने बांग्लादेशी घुसपैठ मामले में सरकार को बांग्लादेशियों को चिन्हित कर इसकी जवाबदेही तय करने की बात कही है लेकिन सदन के अंदर अध्यक्ष कहते हैं कि झारखण्ड में कोई घुसपैठ नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड की सरकार खुद को दलित, आदिवासी, पिछड़ों की हितैषी बताती है लेकिन सच्चाई यह है कि झारखण्ड में निकलने वाले नियुक्तियों में दलित और पिछड़ी जाति का आरक्षण को समाप्त कर दिया गया है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हाल में ही चौकीदार और वनरक्षी की नियुक्ति में अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग में आरक्षण नहीं दिया गया। सरकार से उन्होंने पूछा कि किस आधार पर झारखंड में अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को समाप्त किया गया, इसका जवाब सदन के अंदर काँग्रेस के नेता एवं मुख्यमंत्री दें।
उन्होंने कहा कि राज्य में जब से यह सरकार आयी है, यहाँ अनुसूचित जाति आयोग को खत्म कर दिया, राँची मेयर पद जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई उसे साजिश कर हटा दिया गया, ऐसे सभी विषय पर सरकार को जवाब देना होगा।