राष्ट्र को सर्वोपरि मानकर सदैव देशहित के लिए तत्पर रहना चाहिए : अभय मिश्र
रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): विवेकानन्द विद्या मंदिर में गुरुवार को “78वाँ स्वतंत्रता दिवस” मनाया गया। इस कार्यक्रम में एन.एन.तिवारी (प्रशासक, सेवानिवृत्त न्यायाधीश, झारखण्ड उच्च न्यायालय), काशी नाथ मुखर्जी (ऑनलाइन), आदित्य बनर्जी, अभय कुमार मिश्रा, मलय कुमार नंदी (ऑनलाइन), डॉ. किरण द्विवेदी (ऑब्जर्वर), एस.पी. सिंह (प्राचार्य प्रभारी), अमिताभ लाहा (प्राचार्य प्रभारी), एकता मिश्रा (हेड मिस्ट्रेस) आदि उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम का प्रारंभ विद्यालयी प्रार्थना के साथ किया गया। इस शुम अवसर पर एन.एन. तिवारी (प्रशासक, सेवानिवृत्त न्यायाधीश, झारखण्ड उच्च न्यायालय) ने प्वाजारोहण किया तथा राष्ट्रगान की धुन पर तिरंगे को सलामी दी।
विद्यालय के छात्र आर्यन के नेतृत्व में सभी ने स्वामी विवेकानन्द द्वारा रचित स्वदेश मंत्र दोहराया। इंटरहाउस देशभक्ति गीत प्रतियोगिता के विजेता टीम (बिरसा मुंडा हाउस) ने तथा सहोदया कॉम्प्लेक्स द्वारा आयोजित देशभक्ति गीत प्रतियोगिता के विजेताओं ने अपने गीतों की प्रस्तुति दी।
वहीं प्रभारी प्राचार्य एस.पी.सिंह ने 78वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि आज हम स्वतंत्र भारत में स्वतंत्र रूप से रह रहे हैं वह अनेक वीरों के बलिदान सचका परिणाम है। हमें इसे अक्षुण बनाने के लिए सदैव प्रयत्न करना चाहिए।
ऑब्जर्वर डॉ किरण द्विवेदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ दी एवं सभी महापुरूषों को नमन किया। उन्होंने कहा कि हमें वीरों की शहादत को सदैव याद रखना चाहिए एवं देशभक्ति की भावना के साथ अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए।
सचिव अभय कुमार मिश्रा ने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से उपस्थित सभी को 78वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि वीर शहीदों ने संघर्ष के द्वारा आजादी दिलायी। सभी लोग स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को समझें। राष्ट्र को सर्वोपरि मानकर सदैव देशहित के लिए हमें तत्पर रहना चाहिए।
एन.एन. तिवारी (प्रशासक, सेवानिवृत्त न्यायाधीश, झारखण्ड उच्च न्यायालय) ने उपस्थित सभा को 78वें स्वतंत्रता दिवस के सुअवसर पर सबों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज शहीदों को याद करके उनका बलिदान किसी भी रूप में व्यर्थ न जाए इसलिए हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। इसके साथ ही हमें विकास के साथ-साथ पर्यावरण को बचाकर प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना होगा। हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए।
इस सभा का समापन राष्ट्रगीत के साथ हुआ तत्पश्चात सभी में मिष्ठान वितरण किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में वृक्षारोपण भी किया गया।