रिपोर्ट : नीतीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): झारखण्ड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की अहम बैठक शुक्रवार को आईएमए हॉल में हुई जिसमें राज्य के सभी जिलों के कमिटी के पदाधिकारी एवं 150 से अधिक सदस्य उपस्थित हुए। इस बैठक में पेट्रोलियम डीलर्स से संबंधित माँगो पर चर्चा हुई।
इस दौरान एसोसिएशन की मुख्य माँगे निम्नलिखित थी:-
डीलर्स कमीशन में वृद्धि 2017 के बाद से अभी तक कमीशन में कोई वृद्धि नहीं हुई है जबकि तेल के मूल्य बढ़े है, महँगाई बढ़ी है। डीलर्स के ऑपरेशन कॉस्ट बढ़े है, कम विक्री वाले पंप बंदी के कगार पर है।
वैट में कटौती करे सरकार दूसरे राज्यों से अधिक वैट होने के कारण बिक्री प्रभावित हुई है। बिहार के तर्ज पर वैट रिटर्न की अनिवार्यता खत्म करे।
प्रदूषण जाँच केंद्र पर हो रही समस्या, तेल कंपनियों के अधिकारियों के मनमाने रवैया। तेल डिपो में हो रही समस्याओं के बारे में भी चर्चा हुई।
इस अवसर पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि डीलर मार्जिन को लेकर राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौपा जाएगा।
इस अवसर पर कहा गया कि 17 सितंबर से डीलर और पंपकर्मी काला बिला लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे जो 2 सितंबर तक चलेगा। इस बीच सभी जिले के डीलर्स अपने अपने यहाँ के विधायको और सांसदों को ज्ञापन सौंपेंगे और तब भी सरकार नहीं मानी तो 2 सितंबर को राज्य के 1600 के करीब पेट्रोल पंप एक दिन के लिए पंप बंद रखेंगे।
यह जानकारी पेट्रोलियम डीलर्स के अध्यक्ष अशोक सिंह ने प्रेसवार्ता के माध्यम से दी।
इस अवसर पर शरत दुदानी, आलोक सिंह, राजहंस मिश्रा, माधवेंद्र सिंह, अशोक झा, कालिका साह, प्रमोद कुमार, मानस सिन्हा, विनीत लाल, कमलेश सिंह, नीरज भट्टाचार्य, पुनीत चढ्ढा, आनन्द माणिक आदि उपस्थित थे।