रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): आरयू स्थित दीक्षांत मंडप में रविवार को अभाविप द्वारा आयोजित “छात्र गर्जना” कार्यक्रम में माफियाओं भ्रष्टाचारियों द्वारा पोषित झारखंड सरकार के शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार एवं महिला सुरक्षा पर 5 वर्षों के कुशासन व निरंकुशता का काला दस्तावेज जारी किया गया।
हाए हाए हेमन्त,बाय बाय हेमन्त
इस छात्र गर्जना कार्यक्रम के शुभारंभ अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ला, प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद एक्का, प्रदेश मंत्री सौरभ झा सहित सभी प्रदेश सह मंत्री ने एक साथ माँ सरस्वती एवं युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि यह लड़ाई झारखण्ड की इज्जत और आबरू को बचाने की है, यह लड़ाई बहन बेटियों की सम्मान की है। यह लड़ाई नौजवानों के रोजगार के लिए है और इस लड़ाई को लड़ने का काम झारखंड विद्यार्थी परिषद का एक-एक कार्यकर्ता करेगा। इस शासनकाल में युवा खफा है क्योंकि हेमन्त सरकार बेवफा है।
उन्होंने कहा कि हेमन्त सरकार यह युवाओं का सैलाब आपसे हिसाब माँगने आई है। यह युवा तरुणाई झारखंड के कोने कोने से आकर छात्र, युवा एवं सामाजिक समस्याओं का समाधान माँगने एवं 5 साल का हिसाब माँगने आई है तथा यहाँ से जाकर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता झारखण्ड के गाँव-गाँव जाकर के सरकार के विधायक एवं मंत्री और कार्यकर्ताओं से पूछने का काम करेंगे। पिछले 5 वर्षों में झारखण्ड में केवल दो लोगों का है विकास हुआ एक हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन और दूसरा हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का, बाकी झारखण्ड के माटी में उपजित आदिवासी छात्र, युवा, किसान, मजदूर सभी को केवल छला ही गया है।
वहीं प्रदेश मंत्री सौरभ झा ने विशाल युवा तरुनाई को संबोधित करते हुए कहा कि आज की वर्तमान सरकार को मइयां सम्मान योजना नहीं मइयां बचाओ योजना कार्यक्रम करने की आवश्यकता है क्योंकि जिस प्रकार झारखण्ड में पिछले 5 वर्षों में बेटी, बहन और महिलाओं के इज्जत आबरू के साथ निर्ल्लज तरीके से खिलवाड़ किया गया है, वह झारखण्ड की सत्ता के लिए शर्म करने की बात है। जिस प्रकार से संथाल परगना का डेमोग्राफी तेजी से चेंज हो रहा है। लव जिहाद, लैंड जिहाद की आड़ में झारखंडी अस्मिता और संस्कृति को अंदर ही अंदर सरकारी संरक्षण प्रदानकर खोखला करने का काम किया जा रहा है उससे झारखंड को बचाने का का काम परिषद कार्यकर्ता ही करेंगे।
आगामी 25 तारीख हम सभी छात्र कार्यकर्ता अपने जिले केंद्र पर हजारों की संख्या में छात्रों के साथ कार्यक्रम करेंगे और वहाँ के शासक प्रशासक को यह काला दस्तावेज देते हुए वर्तमान झारखण्ड सरकार की निकम्मी नीति और खोकली नीति को समाज के बीच रखने का प्रयास करेंगे।
छात्र गर्जना सह काला दस्तावेज विमोचन कार्यक्रम में प्रांत प्रमुख डॉ. पंकज कुमार, अखिल भारतीय जनजातीय छात्र कार्य प्रमुख प्रमोद राऊत, प्रदेश संगठन मंत्री नीलेश कटारे, प्रांत कार्यालय मंत्री शुभम पुरोहित, कार्यक्रम संयोजक विशाल सिंह, दिशा दित्या, गुड्डू राय सहित अन्य छात्र–छात्राएँ उपस्थित थे।