पंकज सिन्हा, पेटरवार
पेटरवार (ख़बर आजतक) : पेटरवार के आसपास के क्षेत्रों में बुंडू बाजार टांड़ ,पेटरवार खत्री टोला, रुकाम रोड, ठाकुर टोला, पटवा टोला, मेलाटांड़, मठ टोला, बुढ़वा टांड़ , पोरदाग, तेनु चौक के पूजा पंडालों में माँ काली एवं माँ लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की गई। माँ काली मंदिर में माँ काली की पूजा पूरे श्रद्धा भक्ति के साथ किया गया। जिससे पूजा क्षेत्र के वातावरण भक्तिमय हो गया हैं। वहीं कन्याएं एवं महिलाएं दिनभर उपवास कर पंडालों में जा जाकर पूजा अर्चना की। वहीं देर रात तक बाजार खुल रहा। मिठाई दुकानों में पूजा भंडारों में भीड़ लगी हुई थी।
वहीं पूजा के आयोजन समिति के द्वारा पूजा पंडालों में व्यवस्था संभाले हुए थे। वहीं अति प्राचीन काल से पेटरवार स्थित खत्री टोला रूकाम रोड काली मंदिर में सदियों से मां काली का पूजन एवं उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाते आ रहे हैं । पूरे ग्राम के लोग और आसपास के क्षेत्रों से आए भक्तजन के द्वारा माता का भव्य पूजन होता चला आ रहा है। पूजा के आचार्य कल्याणी बाबा पूरे वैदिक मंत्रों के साथ माता जी का पूजन रात भर करते हैं साथ ही साथ यहां ब्राह्मण परिवार की ओर से जिनका भी पारी होता है वे पूरा तन मन धन से इस पवित्र और कल्याणकारी माता के पुजनोत्सव में भाग लेकर पूजा को संपन्न करते हैं। मां काली की पूजन में बहुत ही पवित्रता एवं नियम का पालन किया जाता है। सुदूर गांवों से माताएं बहने भक्तजन माता के मंदिर में पूजन अर्चन ,दर्शन करने हेतु पूरे श्रद्धा भक्ति के साथ प्रतिवर्ष यहां आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने का पूरा-पूरा माता से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। सज्जनों यह माता हमारे लिए कल्याणकारी और ममता का झोला लेकर इस पवित्र पेटरवार स्थल पर आती हैं और सबके लिए कल्याण का आशीर्वाद प्रदान करती हैं ।प्रथम दिवस में माताजी का पूजन दूसरे दिन प्रसाद महाभोग का विशाल वितरण एवं संध्या में संध्या आरती के उपरान्त ग्रामिणों द्वारा भजन कीर्तन, प्रसाद वितरण तीसरे दिनअपराह्न मां की प्रतिमा का विसर्जन ग्रामिणों की उपस्थिति में राजा तालाब में की जाती है ।इसमें पूरे गांव और आसपास के श्रद्धालु भक्त भाग लेकर माता की विदाई करते हैं और एवं आशीर्वाद पाते हैं ।