शारीरिक व मानसिक समन्वयन तथा समग्र विकास के लिए खेलकूद जरूरी : आईजी
बोकारो (ख़बर आजतक) : खेल हमें असफलता से सफलता पाने की सीख देता है, चुनौतियों से लड़ने की प्रेरणा देता है और जीत का जज्बा सिखाता है। शारीरिक और मानसिक समन्वयन तथा विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए खेलकूद अत्यंत ही आवश्यक है। यह हमें टीम-भावना, अनुशासन तथा सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करता है। जीवन में सफलता के लिए कठिन परिश्रम, सकारात्मक दृष्टिकोण, निरंतरता और लगन अत्यंत आवश्यक है।
ये बातें उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) डॉ. माइकल राज एस. (भापुसे) ने कहीं। शनिवार को डीपीएस बोकारो में आयोजित 35वें वार्षिक क्रीड़ा उत्सव समागम को वह बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में विद्यालय के सभी छह सदनों के छात्र-छात्राओं ने पूरे उमंग के साथ भाग लिया और विभिन्न स्पर्धाओं में जमकर अपनी प्रतिभा व अपने दमखम का परिचय दिया। एक मैदान में सैकड़ों प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं का समागम एवं कलात्मक शैली में क्रीड़ात्मक स्पर्धाओं में उनकी भागीदारी विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों को सराहते हुए मुख्य अतिथि ने खेल-भावना से प्रतिभागिता का संदेश दिया। समारोह के सम्मानित अतिथियों में डॉ. राधाकृष्णन सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स, बोकारो के उपाध्यक्ष एवं जीजीपीएस बोकारो के प्राचार्य सोमेन चक्रवर्ती, महासचिव एवं एआरएस पब्लिक स्कूल के प्राचार्य विश्वजीत पात्रा, जिला प्रशिक्षण समन्वयक एवं चिन्मय विद्यालय के प्राचार्य सूरज शर्मा, जीजीपीएस चास के प्राचार्य अभिषेक कुमार, आदर्श विद्या मंदिर, चास के प्राचार्य रंजीत कुमार एवं रेनबो पब्लिक स्कूल के प्राचार्य विपुल सिंह उपस्थित रहे।
विद्यालय के प्राचार्य एवं डॉ. राधाकृष्णन सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स, बोकारो के अध्यक्ष डॉ. ए. एस. गंगवार ने सभी अभ्यागतों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि खेल अनुशासन, मर्यादा, टीम भावना, आपसी तालमेल तथा चुनौतियों से लड़ना सिखाता है। खेल में हार-जीत से ज्यादा प्रतिभागिता महत्वपूर्ण है। उन्होंने खेल में बढ़ती भारत की वैश्विक ताकत को रेखांकित करते हुए बच्चों के क्रीड़ात्मक विकास की दिशा में डीपीएस बोकारो के प्रयासों की चर्चा की।
इसके पूर्व, आरंभ में बच्चों ने पौधा भेंटकर और स्वागत गान के साथ अतिथियों का स्वागत किया। ‘इको ऑफ एक्सीलेंस’ यानी उत्कृष्टता की गूंज विषयवस्तु पर आधारित इस समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि ने विद्यालय का ध्वज फहराकर, मशाल प्रज्ज्वलित कर तथा गुब्बारे उड़ाकर किया। आईजी डॉ. माइकल द्वारा परेड निरीक्षण के उपरांत गंगा, चेनाब, झेलम, रावी, जमुना एवं सतलज के विद्यार्थियों ने आकर्षक मार्च-पास्ट प्रस्तुत किया। मास ड्रिल में प्राइमरी विंग के विद्यार्थियों ने कपड़े की रंग-बिरंगी पट्टिकाओं के साथ संगीतमय समन्वयन की मनोरम प्रस्तुति दी। विद्यालय द्वारा अभिवंचित वर्ग के बच्चों के शिक्षार्थ संचालित दीपांश शिक्षा केन्द्र के छात्र-छात्राओं ने शंकरा रे शंकरा… गीत पर महादेव-नृत्य की प्रस्तुति से सबकी भरपूर सराहना बटोरी। कराटे और जुम्बा डांस का प्रदर्शन भी आकर्षक रहा। इस अवसर पर अतिथियों ने खेल दिवस के उपलक्ष्य में प्रकाशित विद्यालय की पत्रिका जेनिथ का विमोचन किया।
विभिन्न खेल स्पर्धाओं, अनुशासन और मार्च पास्ट में समेकित प्रदर्शन के आधार पर झेलम हाउस को कुल 1088 अंकों के साथ ओवरआल चैम्पियन का खिताब मिला। 1081 अंक पाकर गंगा हाउस दूसरे तथा 1074 अंकों के साथ चेनाब हाउस ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के तहत बालक-बालिकाओं के अलग-अलग समूहों में 100 मीटर, 200 मीटर, 4 गुणा 100 मीटर, बैटन रिले रेस, लांग जंप, हाई जंप, डिस्कस थ्रो आदि स्पर्धाओं में बच्चों ने अपने दमखम दिखाए। दीपांश के बच्चों ने भी विभिन्न खेल स्पर्धाओं में भाग लिया। सभी विजेताओं को मेडल व प्रमाणपत्र के साथ पुरस्कृत किया गया। इस दौरान विद्यालय के शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों ने भी दौड़, बैलेंस रेस, म्यूजिकल चेयर रेस व अन्य स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा दिखाई। समारोह का समापन राष्ट्रगान से हुआ।