झारखण्ड पेटरवार बोकारो

आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से मनाया गया मातृभूमि मातृभाषा विजय दिवस

पंकज सिन्हा, पेटरवार

पेटरवार (ख़बर आजतक) : पेटरवार गागी हाट में दिन रविवार को आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से झारखंड सहित पूरे भारत (आदिवासी बहुल प्रदेशों बिहार, बंगाल, असम, उड़ीसा आदि) में हासा – भाषा विजय दिवस अर्थात मातृभूमि मातृभाषा विजय दिवस मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता पेटरवार सेंगेल विडीयो विजय कुमार मारंडी तथा संचालन सरना धर्म मंड़वा प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार मुर्मू ने किया। मौके पर मुख्य अतिथि आदिवासी सेंगेल अभियान के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण मुर्मू ने कहा कि आज 22 दिसंबर आदिवासी समाज के लिए खुशी का दिन है,इसी दिन हमलोगों को मातृभूमि और मातृभाषा की जीत हासिल हुई थी।

महान् वीर शहीद सिदो मुर्मू के नेतृत्व में हुए संताल हूल 30 जून 1855 का प्रतिफल 22 दिसंबर 1855 को संताल परगना दिशोम और संताल परगना टेनेंसी एक्ट अर्थात जमीन बचाने का कानून पास हुआ। ठीक उसी प्रकार पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के अथक प्रयास से 22 दिसंबर 2003 को एक बड़ी आदिवासी भाषा संताली को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया ।इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाने के लिए हमने आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से भारत के महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और संतोष गंगवार मन्यवार राज्यपाल झारखंड को पत्र लिख कर मांग किया है कि 22 दिसंबर को मातृभूमि और मातृभाषा विजय दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय एवं राजकीय अवकाश घोषित किया जाए। तथा राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त एक बड़ी आदिवासी भाषा को आदिवासी बहुल प्रदेश झारखंड में प्रथम राजभाषा का दर्जा दिया जाए,जिसको झारखंड सहित बिहार, बंगाल,असम, उड़ीसा और विदेशों नेपाल, भूटान, बंगलादेश आदि में भी बोला जाता है। वहीं आदिवासी सेंगेल अभियान हजारीबाग जोनल अध्यक्ष विजय टुडू ने संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी गांव – समाज में अभी तक संविधान कानून और जनतंत्र लागू नहीं है, जिसके कारण आदिवासी गांव – समाज में वंशवादी स्वशासन व्यवस्था चालू है,जो अधिकांश मांझी परगना के स्वशासन प्रमुख (मांझी बाबा) अनपढ़ पियक्कड़ एवं संविधान कानून को नहीं मानते हैं।साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज में व्याप्त अंध विश्वास और नशापान को भी दूर करना जरूरी है इसके लिए सरकार और प्रशासन का सकारात्मक सहयोग जरूरी है। कार्यक्रम को रामगढ़ जिला अध्यक्ष भुनेश्वर हेम्ब्रम,बोकारो जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष ललिता सोरेन युवा मोर्चा अध्यक्ष मनोज किस्कू, जरीडीह प्रखंड अध्यक्ष संतोष मुर्मू, कसमार प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर मुर्मू पेटरवार प्रखंड संयोजक हरिश्चन्द्र मुर्मू युवा संयोजक संजय टुडू मुन्शी टुडू आदि ने भी संबोधित किया। इसके बाद पेटरवार तेनूचौक से न्यू बस स्टैंड पेटरवार तक जूलूस भी निकाला जिसमें संताली भाषा को झारखंड में प्रथम राजभाषा बनाना होगा 22 दिसंबर को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करना होगा आदि नरा लगा रहे थे। कार्यक्रम में काफी संख्या महिला पुरुष उपस्थित थे।

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