बोकारो (ख़बर आजतक) : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के बैनर तले चास-बोकारो के बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों ने बैंक ऑफ इंडिया, बोकारो स्टील सिटी शाखा (सेक्टर 4, सिटी सेंटर) के सामने विशाल प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन आगामी 24 और 25 मार्च 2025 को घोषित दो दिवसीय अखिल भारतीय बैंक हड़ताल के तहत आयोजित किया गया।
प्रदर्शन में बैंक कर्मियों ने भारत सरकार और इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) से मांग की कि—बैंकों में सभी संवर्गों में समुचित बहाली हो ताकि ग्राहक सेवा में सुधार किया जा सके।
यूएफबीयू के साथ हुई वार्ताओं के लंबित मुद्दों का समाधान किया जाए।
पांच दिवसीय बैंकिंग प्रणाली लागू की जाए।
डीएफएस (वित्तीय सेवा विभाग) द्वारा बैंकों में अनावश्यक हस्तक्षेप बंद किया जाए।
यूएफबीयू के बोकारो जिला उपसंयोजक राघव कुमार सिंह ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया, तो 24-25 मार्च की हड़ताल के बाद भी आंदोलन जारी रहेगा और बैंक कर्मी अपने अधिकारों और अस्तित्व की रक्षा के लिए अंतिम दम तक संघर्ष करेंगे।
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प्रदर्शन में महिला बैंक कर्मियों की भागीदारी भी सराहनीय रही। वक्ताओं ने बताया कि बैंक कर्मचारियों पर अत्यधिक कार्यभार और ग्राहकों की असंतुष्टि का दबाव बढ़ रहा है, जबकि इसका मुख्य कारण सरकार द्वारा बैंकों में भर्ती प्रक्रिया को रोका जाना है। राघव कुमार सिंह, राजेश कुमार ओझा, विभाष झा, राजेश श्रीवास्तव, सुधीर कुमार, वरुण कुमार, मिथिलेश कुमार, राकेश मिश्रा, पीताम्बर प्रसाद,अवधेश प्रसाद, दिलीप कुमार, रजनीश कुमार, नीरज तिवारी, माणिक दास, अरुण कुमार, प्रशांत कुमार, विवेक ठाकुर आदि मौजूद थे.
बैंक कर्मियों ने सरकार को स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और तेज होगा।