नितीश मिश्र, राँची
राँची (खबर आजतक): अस्तित्व अखिल भारतीय बांग्ला भाषी समन्वय परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने राँची सांसद एवं केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा। परिषद ने ज्ञापन में बांग्ला समाज की संवेदनाओं से अवगत कराते हुए दो प्रमुख माँगें रखीं।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि हाल ही में रांची विश्वविद्यालय का नाम डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी से हटाकर वीर बुधु भगत के नाम पर कर दिया गया। परिषद ने स्पष्ट किया कि वीर बुधु भगत का बांग्ला समाज में सम्मान है, लेकिन किसी एक महान व्यक्तित्व के नाम को हटाकर दूसरे का नाम रखना उचित नहीं है।

अस्तित्व अखिल भारतीय बांग्ला भाषा समन्वय परिषद के अध्यक्ष अभिजीत दत्ता गुप्ता ने कहा कि यदि सरकार वाकई शहीद वीर बुधु भगत को श्रद्धांजलि देना चाहती है, तो उनके नाम पर नया विश्वविद्यालय या अन्य संस्थान स्थापित करना चाहिए, ताकि समाज के सभी वर्गों को लाभ हो सके।
इस अवसर पर परिषद ने राँची के रातू रोड फ्लाईओवर का नाम डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने की मांग की, ताकि उनके योगदान को सम्मान मिल सके और बांग्ला समाज को भी गौरव की अनुभूति हो सके।
केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने बांग्ला समाज की भावनाओं को गंभीरता से सुना और कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी हम सभी के प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। बांग्ला समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उचित समय पर इस मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा।
इस अवसर पर परिषद के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस अभियान में अपना योगदान दिया।