पेटरवार (ख़बर आजतक) : पेटरवार पूज्य तपस्वी श्री जगजीवन जी महाराज ज्योति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मातृ-पुत्री संवाद का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वाटिका के भैया बहनों के अभिभावकों के साथ शैक्षिक पक्ष में संवाद स्थापित करने का प्रयास किया गया, ताकि वे एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझ सकें और मजबूत बंधन बना सकें।

कार्यक्रम की मुख्य भूमिका वाटिका के दीदी कुमारी अर्पणा सिन्हा, और सुप्रिया पारीक एवं श्रीमती संध्या देवी की रही। भैया बहनों को दी जाने वाली 12 प्रकार की शिक्षण व्यवस्था को अभिभावकों के बीच कुमारी अर्पणा सिन्हा ने बड़ी सफलता पूर्वक रखी। इस तरह के कार्यक्रम अभिभावकों के लिए बिल्कुल नयी थी। सरस्वती शिशु मंदिर, शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कार और संस्कृति को बढ़ावा भी दिए जाते है। मातृ-पुत्री संवाद जैसे कार्यक्रम, माताओं और बेटियों के बीच संवाद और समझ को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस तरह के आयोजन में, माताएं अपने बच्चों के साथ अपने अनुभवों, चिंताओं और अपेक्षाओं को साझा करती हैं, जबकि बेटियां भी अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करती हैं। इससे दोनों पक्षों को एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझने और एक-दूसरे के दृष्टिकोण को महत्व देने में मदद मिलती है। विद्यालय में इस तरह के आयोजन, बच्चों को न केवल शिक्षा प्रदान करने, बल्कि उन्हें अच्छे इंसान बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस मौके पर दीदी और भैया के अभिभावक काफी संख्या में मौजूद थे।