नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): झारखण्ड चैम्बर की गवर्नेंस रीडिफाइनिंग उप समिति की बैठक उप समिति के चेयरमैन शशांक भरद्वाज की अध्यक्षता में चैम्बर भवन में संपन्न हुई। बैठक में कहा गया कि किसी अपराधी का चेहरा सीसीटीवी में आये तो उसकी पहचान हेतू उसके आधार कार्ड के डाटा बेस में भेजकर मिलान किया जाना चाहिए। इससे उस अपराधी के बारे में ठोस जानकारी शीघ्र प्राप्त की जा सकेगी। 15 वर्ष पूर्ण होने पर वाहनों का री-रजिस्ट्रेशन आवश्यक है, परन्तु बहुत से वाहनों का री-रजिस्ट्रेशन छुट गया है अथवा किसी कारण वश नहीं कर पा रहे हैं, इसका एक प्रमुख कारण बड़ी पेनल्टी है। अतः सरकार से अनुरोध किया गया कि इस पेनल्टी को माफ़ कर छह महीने के लिए री-रजिस्ट्रेशन हेतु एक विंडो खोली जाए। इससे सरकार को भी राजस्व की प्राप्ति होगी।

उपाध्यक्ष राहुल साबू एवं ज्योति कुमारी ने उद्योग सचिव के साथ वार्ता करने की बात कही जिसमें उद्योगों के लिए फ्री लाइसेंस पर व्यापक चर्चा की जा सकेगी।
इस बैठक में उपाध्यक्ष राहुल साबू एवं ज्योति कुमारी, कार्यकारिणी सदस्य संजय अखौरी, उप समिति चेयरमैन शशांक भरद्वाज, सदस्य महेन्द्र जैन, निधि झुनझुनवाला, राजीव प्रकाश चौधरी मौजूद थे।