राँची (खबर_आजतक): झारखंड में 2008 से लंबित विश्वविद्यालय शिक्षकों की प्रोन्नति को लेकर बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने उच्च शिक्षा विभाग से मिलकर अपनी मांगें रखीं। संघ का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष डॉ. डी.के. सिंह और महासचिव डॉ. अमूल्य सुमन बेक के नेतृत्व में विभागीय अधिकारियों से मिला और CAS-2010 के तहत प्रोन्नति में आ रही तकनीकी अड़चनों पर चर्चा की।

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वर्ष 2023 में प्रोन्नति हेतु भेजे गए दस्तावेजों को झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) ने जुलाई 2025 में लौटा दिया, यह कहते हुए कि 2008 का API स्कोर संलग्न नहीं है। जबकि CAS-2010 विनियम 2022 से लागू हैं और इन्हें उत्तरोत्तर प्रभाव से लागू किया जाना चाहिए।
डॉ. सिंह ने इसे अव्यवहारिक और नियमन विरुद्ध बताया। उनका कहना है कि प्रोन्नति की प्रक्रिया में देरी से शिक्षकों को न केवल आर्थिक, बल्कि मानसिक और व्यावसायिक क्षति भी हो रही है। संघ ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन की राह अपनाएंगे।