प्रशांत अम्बष्ठ, गोमिया
गोमिया (ख़बर आजतक) : गोमिया प्रखंड अंतर्गत तिलैया पंचायत के नक्सल प्रभावित गांव दनिया (कारीपानी) में शुक्रवार की शाम करीब आठ बजे जनप्रतिनिधि श्री सिंह पहुंचे। वे पश्चिमी अफ्रीका के नाइजर में हुई गोलीबारी में मारे गए प्रवासी मजदूर गणेश करमाली के परिजनों से मिले और उन्हें सांत्वना दी।
श्री सिंह ने कहा कि वे और उनकी टीम दुःख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने अपने स्तर से तत्काल राहत स्वरूप आर्थिक सहायता के साथ-साथ खाद्य सामग्री – जैसे चावल, आटा, चूड़ा, सत्तू, गुड़ और फल – प्रदान किए। इसके अतिरिक्त, गांव की करीब एक दर्जन महिलाओं के बीच साड़ी का वितरण भी किया गया।

कारीपानी गांव तक आने-जाने के रास्ते की दयनीय स्थिति को लेकर श्री सिंह ने बोकारो के उपायुक्त से बात कर शीघ्र सड़क निर्माण कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार मृतक का शव नाइजर से झारखंड लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया में तेजी ला रही है। साथ ही उन्होंने झारखंड सरकार से इस घटना को गंभीरता से लेने और प्रवासी मज़दूरों के कल्याण के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।

उन्होंने कहा कि गोमिया प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग रोज़गार के लिए देश-विदेश जाते हैं, जिनमें कई बार दुर्घटनाएं और मौत की घटनाएं सामने आती हैं, जो चिंता का विषय है। पलायन को रोकने के लिए सरकार को स्थानीय स्तर पर रोज़गार की व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे बाहर काम पर जाने से पहले श्रम विभाग में पंजीकरण कराएं।
ज्ञात हो कि बीते मंगलवार को पश्चिमी अफ्रीका के नाइजर में कार्यस्थल पर अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा की गई गोलीबारी में गणेश करमाली की मौके पर ही मौत हो गई थी।
इस मौके पर श्री सिंह के साथ जगेश्वर थाना प्रभारी प्रमोद मेहरा, धर्मेंद्र सरदार, पंकज राम, धर्मेंद्र भंडारी, जमील अख्तर, प्रकाश जायसवाल, रंजीत, ब्रह्मदेव करमाली, दिवाकर करमाली, रंजीत प्रसाद जायसवाल और धन करमाली भी मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार को गणेश करमाली का शव नाइजर से दिल्ली हवाई अड्डा पहुंचने की संभावना है।
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