नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): सिविल एवं एनवायरमेंट इंजीनियरिंग विभाग, एसबीयू द्वारा IEEE GRSS यंग प्रोफेशनल और साउथ एशिया अलायंस ऑफ डिजास्टर रिसर्च इंस्टीट्यूट्स के सहयोग से “आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु भौगोलिक सूचना प्रणाली और तकनीक” विषय पर दो दिवसीय कौशल विकास कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।

कार्यशाला में कुलपति प्रो. सी. जगनाथन ने जलवायु परिवर्तन और बाढ़ जैसी चुनौतियों से निपटने हेतू GIS आधारित अनुसंधान को जरूरी बताया। कुलसचिव प्रो. एस. बी. डांडिन ने रिमोट सेंसिंग में “एकीकरण” और “संवर्धन” पर बल दिया।

कार्यक्रम संयोजक डॉ. सागर सारंगी, डॉ. वी. एस. राठौर, प्रो. ए. पी. कृष्णा और डॉ. पंकज कुमार गोस्वामी ने GIS और रिमोट सेंसिंग के व्यावहारिक उपयोग और प्रभावी आपदा प्रबंधन में इसके महत्व पर चर्चा की।
बीआईटी मेसरा, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार, डॉ. एसपीएमयू, रांची विमेंस कॉलेज आदि संस्थानों से 28 प्रतिभागियों ने भाग लिया। संचालन डॉ. मीता वर्मा और धन्यवाद ज्ञापन अनुवा चौधरी ने किया।
कार्यशाला का समापन 26 जुलाई को “आइडियाथॉन” के साथ होगा, जिसमें आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर नवाचारों पर चर्चा की जाएगी।