नितीश मिश्रा, राँची
राँची (ख़बर आजतक) : झारखंड आंदोलन के प्रणेता, आदिवासी समाज की आवाज और पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर पूरे राज्य में शोक की लहर है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि गुरुजी का जाना व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री रहते हुए शिबू सोरेन के नेतृत्व में उन्हें जनसेवा का वास्तविक अर्थ समझने का अवसर मिला। भाजपा युवा नेता सूर्या सिंह ने उन्हें “सच्चा Tribal Hero” बताते हुए कहा कि उनका संघर्ष और बलिदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।
केंद्रीय कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) परिवार ने भी गुरुजी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सीसीएल मुख्यालय दरभंगा हाउस में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सीसीएल के निदेशकों ने गुरुजी को श्रमिकों के हितों और कोयला क्षेत्र के विकास के लिए अग्रणी नेता बताया।
इसी क्रम में डीएवी नीरजा सहाय विद्यालय परिवार ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। प्राचार्या किरण यादव ने बताया कि विद्यार्थियों ने सामूहिक शांति पाठ कर गुरुजी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
जेएससीए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भी शिबू सोरेन को याद किया गया। इस स्टेडियम की आधारशिला स्वयं गुरुजी ने 24 अक्टूबर 2008 को रखी थी। जेएससीए ने कहा कि उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।
गुरुजी का संघर्ष, सादगी और जनसेवा के प्रति समर्पण झारखंड की राजनीतिक और सामाजिक चेतना में हमेशा जिंदा रहेगा।