झारखण्ड बोकारो

धर्मशाला मोड़ स्थित झारखंड सांस्कृतिक मंच कार्यालय में स्वतंत्रता सेनानी पद्मश्री डॉ. रत्नप्पा कुम्भार की जयंती मनाई गई

बोकारो (खबर आजतक) : धर्मशाला मोड़ स्थित झारखंड सांस्कृतिक मंच के कार्यालय में सोमवार को पद्मश्री सम्मानित स्वतंत्रता सेनानी एवं भारतीय संविधान सभा के सदस्य डॉ. रत्नप्पा कुम्भार की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि डॉ. कुम्भार स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी सेनानी रहे, जिन्हें “देशभक्त” की उपाधि से सम्मानित किया गया था।

डॉ. कुम्भार का जन्म 15 सितंबर 1909 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के इचलकरंजी नगर में हुआ था। युवावस्था से ही वे राजनीतिक व सामाजिक आंदोलनों में सक्रिय रहे और प्रजापरिषद आंदोलन के तहत रियासतों के खिलाफ संघर्ष किया। स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी सक्रिय भूमिका के कारण उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा और करीब छह वर्ष तक भूमिगत रहकर काम किया।

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वे संविधान सभा के सदस्य चुने गए और डॉ. भीमराव आंबेडकर के साथ संविधान के अंतिम मसौदे पर हस्ताक्षर करने वाले सदस्यों में शामिल रहे। वे 1952 में सांसद चुने गए तथा महाराष्ट्र में कई बार विधायक भी रहे। 1974 से 1978 तक वे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री पद पर रहे। समाज सेवा के लिए उन्हें 1985 में पद्मश्री सम्मान प्राप्त हुआ।

जयंती समारोह में भाजपा ओबीसी मोर्चा सह झारखंड प्रजापति कुम्हार महासंघ के प्रदेश महामंत्री ईश्वरचंद प्रजापति, झारखंड सांस्कृतिक मंच के कार्यकारी अध्यक्ष सह सांसद प्रतिनिधि विक्रम कुमार महतो, भाजपा बोकारो जिला मंत्री सुभाष चंद्र महतो, महासंघ के चास प्रखंड अध्यक्ष दीनबंधु महतो, गोपाल शाह, प्रदीप सिंह, व्यास समेत कई लोग उपस्थित थे।

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