राँची : रांची स्थित श्री राणी सती मंदिर प्रांगण में मंगसीर बदी नवमी महोत्सव 2082 का भक्तिमय माहौल में धूमधाम से समापन हुआ। महोत्सव संयोजक विमल झुनझुनवाला एवं सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने चार दिवसीय उत्सव को निष्ठा और श्रद्धा के साथ सफल बनाया। रांची ही नहीं, पूरे झारखंड से हजारों भक्त दादी जी का अलौकिक श्रृंगार देखने पहुंचे और सुख-समृद्धि की कामना की।
13 नवंबर की सुबह मंगलाआरती, पूजा-अर्चना और दादी जी के भव्य श्रृंगार के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ। दिनभर मंदिर परिसर भक्ति और उत्सव से गूँजता रहा। दादी जी को छप्पन भोग एवं सवामनी का भोग लगाया गया। इस वर्ष राजस्थान की पार्श्वभूमि पर ऊंट पर विराजमान दादी जी की विशेष झांकी आकर्षण का केंद्र रही।
संध्या को नवमी कीर्तन मंडली के भजनों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। रात 8 बजे 108 महिलाओं ने पारंपरिक राजस्थानी वेशभूषा में महाआरती की, जिसके बाद समापन आरती के साथ कार्यक्रम पूरा हुआ।
महोत्सव को सफल बनाने में मंदिर कमेटी, न्यास मंडल, कार्यकर्ताओं और अनेक सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
