डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक) : भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्ष 2025 तक टीबी को समाप्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन परियोजना (एनटीईपी) शुरू की गई है जिसमे कारपोरेट इकाइयों का सहयोग भी लिया जा रहा है.
ज्ञातव्य है कि इस परियोजना के तहत कॉर्पोरेट टीबी प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर किया जाता है. कॉर्पोरेट टीबी प्रतिज्ञा केंद्रीय टीबी प्रभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार और यूएसएआईडी की एक संयुक्त पहल है जिसमें “द यूनियन” नामक एक गैर सरकारी संगठन भी शामिल है.
इसी क्रम में बीएसएल द्वारा सीएसआर विभाग के माध्यम से टीबी रोग के उन्मूलन की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को बढ़ाने के लिए “कॉर्पोरेट टीबी प्रतिज्ञा” पर हस्ताक्षर किया गया है. “कॉर्पोरेट टीबी प्रतिज्ञा” पर बीएसएल की ओर से बीजीएच के एसीएमओ(चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ आर के गौतम ने हस्ताक्षर किया. हस्ताक्षर कार्यक्रम के दौरान चीफ मेडिकल ऑफिसर(चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ बी बी करुणामय, एसीएमओ(चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ बी के शर्मा, महाप्रबंधक(सीएसआर) श्री सी आर के सुधांशु, डिस्ट्रिक्ट टीबी ऑफिसर, एनटीईपी, बोकारो, झारखंड सरकार डॉ जफरूल्लाह, सीनियर प्रोग्राम मैनेजर, द यूनियन, न्यू दिल्ली, मो. शादाब, टेक्निकल एडवाइजर, द यूनियन, न्यू दिल्ली, श्रीमती तृप्ति अग्रवाल, स्टेट टेक्निकल एडवाइजर, झारखंड, द यूनियन श्री दिवाकर शर्मा, न्यू दिल्ली, डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर, बोकारो एनटीईपी श्री हेमंत झा उपस्थित थे. इस प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर करने के फायदों में टीबी उन्मूलन पर तकनीकी सहायता, विशेष रूप से तैयार किए गए आईईसी कार्यक्रम, प्रलेखन और प्रयासों की मान्यता आदि शामिल हैं.
उल्लेखनीय है कि बोकारो जनरल अस्पताल इस क्षेत्र में टीबी उन्मूलन के लिए नोडल केंद्रों में से एक है और आसपास की आबादी में टीबी उन्मूलन के लिए पहले से ही निरंतर प्रयास कर रहा है.