सरबजीत सिंह, धनबाद
धनबाद(खबर आजतक):- ईसीआरकेयू की प्रकृति ही संघर्ष करना है । अब तक जो भी सुविधाएं और अधिकार वर्तमान में रेलकर्मियों को मिल रही हैं वह ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आंदोलन और संघर्ष के जरिये प्राप्त की गई हैं। उक्त बातें ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री सह धनबाद मंडल के पी एन प्रभारी मो ज़्याऊद्दीन ने कहीं। ईसीआरकेयू धनबाद शाखा टू में आयोजित एक विशेष बैठक में अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि एन पी एस समाप्त कर पेंशन की गारंटी के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन एआईआरएफ के नेतृत्व में पिछले 15 वर्षों से चल रही थी। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने 32 श्रमिक यूनियन को मिला कर पेंशन की लड़ाई लड़ी। विभिन्न चरणों में किए गए आंदोलन तथा स्तरों पर मांगपत्र देने का काम किया।
वर्ष 2023 को प्रत्येक माह की 21 तारीख को शाखा स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर धरना प्रदर्शन किया गया। 10 अगस्त 2023 को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में लाखों केन्द्रीय और राज्य कर्मचारियों की महाजुटान के दबाव पर केंद्र सरकार ने पेंशन गारंटी के लिए कमिटी गठित की। इस कमिटी ने यू पी एस के तहत पेंशन की गारंटी की घोषणा की है।
उपस्थित सक्रिय सदस्यों को उन्होंने आश्वस्त किया कि यू पी एस के प्रावधानों की संपूर्ण जानकारी तबतक स्पष्ट नहीं होती जबतक कि सरकार द्वारा गजेटियर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जाता। इसके बाद ही संगठन इसका विश्लेषण करेगी और जो भी कमी खामी है उसके लिए आंदोलन जारी रखा जाएगा। यदि एआईआरएफ ईसीआरकेयू ने यू पी एस तक आंदोलन पहुंचाया है तो यही संगठन इसे ओ पी एस भी दिलवाने का काम करेगा।उन्होंने यूनियन के मान्यता प्राप्त करने के लिए 4 से 6 दिसम्बर 2024 को होने वाले चुनाव में ईसीआरकेयू को पुनः बहुमत से जीत दिलाने का आह्वान किया। इस मौके पर सहायक महामंत्री ओमप्रकाश तथा एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा भी उपस्थित रहे।इस अवसर पर ईसीआरकेयू धनबाद मंडल के मीडिया प्रभारी सह अध्यक्ष शाखा टू एन के खवास, पूर्व शाखा सचिव ए के दा, उपेंद्र मंडल,प्रशांत बनर्जी,जितेंद्र कुमार साव,अजय कुमार सिंह,दिलीप कुमार, सी एस प्रसाद सुरेंद्र कुमार चौहान,पिंटू नंदन, आर एन विश्वकर्मा,रंजीत कुमार,भानु ,रविंदर रवानी, आज़ाद, अजित, राजीव कुमार,शिव कुमार, रीतलाल गोप,प्रदीप्तो सिन्हा कौशल कुमार,एम के मुकेश,बिकाश कुमार महतो,देवानंद दास, अशोक कुमार और जोनल युवा समिति के संगठन सचिव विश्वजीत मुखर्जी सहित अन्य रेलकर्मी शामिल रहे।