कसमार झारखण्ड बोकारो

कसमार में सीडब्ल्यूसी की तत्परता से 15 साल की नाबालिग की रुकी शादी

रिपोर्ट : रंजन वर्मा

कसमार (ख़बर आजतक) : कसमार प्रखंड के खैराचातर गांव में बाल कल्याण समिति, बोकारो की तत्परता से एक बाल विवाह को रोक दिया गया। मामले में शुक्रवार को चाईल्ड हेल्पलाइन व सहयोगिनी संस्था ने गांव पहुंचकर गांव में हो रही बाल विवाह की जानकारी लेते हुए लड़की के माता-पिता की उपस्थिति में बैठक करते हुए लिखित आवेदन भरवाया।

इस दौरान स्थानीय मुखिया विजय कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में पूरे गांव की बैठक हुई। बैठक मे बताया गया कि बाल विवाह अपराध की श्रेणी में आता है,और हमारे समाज में अगर ऐसी शादियां होती है तो इसके दुष्परिणाम लोगों को भुगतनी पड़ती है। बैठक में बताया गया कि 10 जुलाई को 15 वर्षीय बालिका की शादी हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ में होने वाली थी। इसकी जानकारी जब बाल कल्याण समिति बोकारो को मिली तो तत्काल बीडीओ सह बाल निषेध पदाधिकारी अनिल कुमार को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई करते हुए बाल विवाह को रोकने की बात कही गई। बीडीओ ने मामले की सूचना कसमार थाने को देते हुए लड़की के माता-पिता से तत्काल शादी पर रोक की बात कही। इस दौरान गांव में माता-पिता व स्थानीय ग्रामीणों की उपस्थिति में लिखित रूप से बेटी की शादी 18 वर्ष पूरा होने के बाद करने की बात कही गई। लड़की के पिता ने कहा कि लड़की की शादी तभी करेंगे जब वह बालिग हो जाएंगी। सहयोगिनी संस्था के फुलेंद्र रविदास ने बताया कि बाल विवाह मुक्त को लेकर सहयोगिनी संस्था लगातार अभियान जा रही है। अगर कहीं भी बाल विवाह करने की सूचना मिलती है तो उसपर जिला प्रशासन व बाल कल्याण समिति के सहयोग से रोक लगायी जा रही है। मौके पर मुखिया विजय कुमार जायसवाल, वार्ड सदस्य ममता देवी, अशोक कालिंदीसहित अन्य लोग मौजूद थे।

Related posts

गोमिया : लाठी खेल भारतीय परंपराओं की देन है : माधवलाल सिंह

admin

गुरु गोबिंद सिंह एजुकेशनल सोसाइटीज टेक्निकल कैंपस के छात्रों का बेहतर प्रदर्शन

admin

राजमहल विधायक अनन्त ओझा ने सदन में उठाया राज्य में सुखाड़ का मामला

admin

Leave a Comment